प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशक श्याम बेनेगल का आज, 23 दिसंबर को शाम 6:38 बजे निधन हो गया। वे 90 वर्ष के थे। अमर उजाला को जानकारी देते हुए उनके एक करीबी सूत्र ने बताया कि दो दिन पहले वे अपने घर पर गिर गए थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। श्याम बेनेगल किडनी संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे और पिछले दो दिनों से कोमा में थे। सोमवार शाम इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
इससे कुछ दिन पहले, 14 दिसंबर को, उन्होंने अपने 90वें जन्मदिन का जश्न अपने दोस्तों और परिवार के साथ मनाया था। इस भव्य आयोजन में अभिनेता कुलभूषण खरबंदा, नसीरुद्दीन शाह, दिव्या दत्ता, शबाना आजमी, रजित कपूर, अतुल तिवारी, और फिल्म निर्माता-अभिनेता कुणाल कपूर सहित कई अन्य हस्तियां शामिल हुई थीं।
श्याम बेनेगल को उनकी बेहतरीन फिल्मों अंकुर, मंडी, और मंथन के लिए जाना जाता है, जिनमें से अधिकांश 1970 और 1980 के दशक के मध्य में रिलीज़ हुई थीं। उन्हें 1976 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री और 1991 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। उनकी अन्य प्रमुख फिल्मों में जुबैदा, सरदारी बेगम, और मंथन शामिल हैं।
श्याम बेनेगल का जन्म 14 दिसंबर, 1934 को हैदराबाद में एक कोंकणी भाषी चित्रपुर सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता, श्रीधर बी. बेनेगल, कर्नाटक के निवासी और एक फोटोग्राफर थे। बचपन से ही श्याम को सिनेमा में रुचि थी। महज 12 साल की उम्र में, उन्होंने अपने पिता द्वारा उपहार में दिए गए कैमरे का उपयोग करके अपनी पहली फिल्म बनाई। उन्होंने हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री प्राप्त की और वहां हैदराबाद फिल्म सोसाइटी की स्थापना की, जिसने सिनेमा में उनके शानदार सफर की नींव रखी।