वर्ष 2024 में प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक और विवादों की कई घटनाएं सामने आईं, जिनकी वजह से बड़ी संख्या में परीक्षाएं रद्द हो गईं और छात्रों, अभ्यर्थियों, तथा प्रशासन के बीच विवाद उत्पन्न हुआ। ये घटनाएं न केवल शिक्षा क्षेत्र को प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज में भ्रष्टाचार और परीक्षा प्रणाली के प्रति विश्वास को भी कमजोर करती हैं। आइए जानते हैं कि इस साल किन प्रमुख परीक्षाओं में पेपर लीक और अन्य विवाद हुए।
NEET परीक्षा में पेपर लीक और विवाद
वर्ष 2024 में सबसे बड़ा हंगामा मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश के लिए आयोजित *NEET UG* परीक्षा में हुआ। पेपर लीक की घटना लंबे समय तक सुर्खियों में रही। इसके अलावा, 1563 उम्मीदवारों के मार्क्स में गड़बड़ी की भी शिकायतें आईं। नतीजों के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, और टॉपर्स की सूची को फिर से जारी किया गया। नई सूची में टॉपर्स की संख्या 61 से घटकर 17 रह गई, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे।
UP Police Exam 2024: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द
वर्ष 2024 की शुरुआत में यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया था, जिसके बाद यह परीक्षा रद्द कर दी गई। 17 और 18 फरवरी को इस परीक्षा का आयोजन होना था, लेकिन पेपर लीक के कारण इसे रद्द किया गया। इस भर्ती परीक्षा के लिए 60244 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे, और कुल 48 लाख से अधिक आवेदन आए थे। बाद में यह परीक्षा छह महीने बाद आयोजित की गई।
UGC NET की परीक्षा में पेपर लीक
UGC NET परीक्षा भी विवादों से बच नहीं पाई। 18 जून 2024 को आयोजित इस परीक्षा में पेपर लीक होने के आरोप सामने आए। जांच में पता चला कि पेपर डार्कनेट पर लीक हुआ था और उम्मीदवारों को टेलीग्राम के जरिए वितरित किया गया था। इसके बाद *शिक्षा मंत्रालय* ने 19 जून को इस परीक्षा को रद्द कर दिया और इसे फिर से आयोजित किया।
BPSC TRE 2.0 परीक्षा का पेपर लीक
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की बिहार शिक्षक भर्ती की दूसरे चरण की परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ। यह मामला तब सामने आया जब *बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU)* ने TRE 3 के पेपर लीक मामले की जांच की और कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। इस मामले में कुल 285 लोग गिरफ्तार किए गए।
Bihar CHO भर्ती परीक्षा का पेपर लीक
बिहार में सीएचओ (Community Health Officer) भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक हो गया। यह परीक्षा 1, 2 और 3 दिसंबर 2024 को होनी थी, लेकिन पेपर लीक होने के कारण 1 दिसंबर को होने वाली परीक्षा को रद्द कर दिया गया। जांच में पता चला कि परीक्षा के पेपर पांच-पांच लाख रुपये में बेचे गए थे।
SSC MTS परीक्षा का पेपर लीक
*SSC MTS* भर्ती परीक्षा का पेपर भी बिहार के पूर्णिया जिले में लीक हुआ था। एक डिजिटल परीक्षा केंद्र पर हुई इस गड़बड़ी की जानकारी मिलने के बाद छापेमारी की गई, जिसमें 14 अभ्यर्थियों समेत कुल 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस मामले ने परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल उठाए।
झारखंड में JSSC CGL परीक्षा का पेपर लीक
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की CGL परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ था। यह परीक्षा 21 और 22 सितंबर 2024 को आयोजित की गई थी, और कुछ उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि OMR शीटें खाली छोड़ दी गईं, जिससे परीक्षा में गड़बड़ी का शक पैदा हुआ।
UPPSC RO/ARO भर्ती परीक्षा का पेपर लीक
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की RO/ARO भर्ती परीक्षा 11 फरवरी 2024 को आयोजित की गई थी, लेकिन पेपर लीक होने के बाद इसे रद्द कर दिया गया। यह मामला तब सामने आया जब यह सूचना मिली कि कुछ उम्मीदवारों को अलग-अलग होटलों में पेपर और कॉपियां दी जा रही थीं।
आरजी मेडिकल कॉलेज, कोलकाता में हुई हत्या और रेप की घटना
हालांकि यह मामला पेपर लीक से जुड़ा नहीं था, लेकिन कोलकाता के आरजी मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त 2024 को एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया। इसके खिलाफ देशभर में धरना-प्रदर्शन हुए और जूनियर डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा की मांग की। यह घटना चिकित्सा क्षेत्र के साथ-साथ शिक्षा जगत में सुरक्षा के मुद्दे को भी प्रमुख बना गई।
पेपर लीक और परीक्षा विवादों का बढ़ता मामला
2024 में पेपर लीक और परीक्षा विवादों की लगातार बढ़ती घटनाएं दर्शाती हैं कि शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और निष्पक्षता की कमी है। छात्रों का भविष्य इन घटनाओं से प्रभावित होता है, और इसके परिणामस्वरूप धरना-प्रदर्शन और पुलिस कार्रवाई जैसे विवाद उठते हैं। इन घटनाओं से यह भी स्पष्ट हो रहा है कि परीक्षा के लिए एक मजबूत और सुरक्षित व्यवस्था की आवश्यकता है, ताकि उम्मीदवारों के अधिकारों का उल्लंघन न हो और निष्पक्षता सुनिश्चित हो सके।परीक्षाओं में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करना इस समय शिक्षा और परीक्षा प्रणालियों के लिए एक बड़ा चुनौती बन गया है।