पटना, 25 अप्रैल 2025: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित कैबिनेट बैठक में 34 महत्वपूर्ण एजेंडों पर मुहर लगाई गई। इस बैठक में शिक्षा, खेल, पशुपालन, और विधि विभागों में बड़े पैमाने पर भर्तियों को मंजूरी दी गई, जो राज्य के विकास और रोजगार सृजन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके अलावा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में भी कई अहम फैसले लिए गए। यह लेख बैठक में लिए गए निर्णयों का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत करता है, जिसमें तथ्यों और आधिकारिक जानकारी का समावेश किया गया है।
शिक्षा विभाग में भर्ती: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में कदम
बिहार कैबिनेट ने शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर भर्तियों को मंजूरी दी है, जिसका उद्देश्य राज्य के शैक्षणिक ढांचे को मजबूत करना और शिक्षकों की कमी को दूर करना है। हाल के वर्षों में, नीतीश कुमार सरकार ने शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है, और इस दिशा में कई सुधार किए गए हैं।
शिक्षक भर्ती: कैबिनेट ने प्राथमिक, माध्यमिक, और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में हजारों शिक्षकों की भर्ती को मंजूरी दी। यह कदम बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के माध्यम से लागू किया जाएगा, जो पहले ही 1711 सहायक प्रोफेसरों की भर्ती की घोषणा कर चुका है।
पिछले सुधार: दिसंबर 2024 में, कैबिनेट ने अनुबंधित शिक्षकों के लिए योग्यता परीक्षा में प्रयासों की संख्या को तीन से बढ़ाकर पांच करने का निर्णय लिया था, जिससे शिक्षकों को स्थायी नियुक्ति का बेहतर अवसर मिला।
बजट आवंटन: 2024-25 के बजट में शिक्षा विभाग को 2.78 लाख करोड़ रुपये के कुल बजट का 22% से अधिक आवंटित किया गया था, जो शिक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यह भर्ती प्रक्रिया न केवल शिक्षकों की कमी को पूरा करेगी, बल्कि स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता को भी बढ़ाएगी। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां शिक्षकों की कमी एक बड़ी समस्या रही है, इस निर्णय से सकारात्मक बदलाव की उम्मीद है।
खेल विभाग में भर्ती: युवाओं के लिए नए अवसर
खेल और युवा विकास को बढ़ावा देने के लिए बिहार कैबिनेट ने खेल विभाग में भी भर्तियों को मंजूरी दी है। यह कदम बिहार के युवाओं को खेल के क्षेत्र में करियर बनाने और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
खेल प्रशिक्षक और कोच: विभिन्न खेलों के लिए प्रशिक्षकों और कोचों की नियुक्ति की जाएगी। ये भर्तियां जिला और ब्लॉक स्तर पर खेल अकादमियों और प्रशिक्षण केंद्रों को मजबूत करेंगी।
खेल अवसंरचना: कैबिनेट ने खेल सुविधाओं के विकास के लिए भी बजट आवंटन को मंजूरी दी, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में खेल मैदानों और स्टेडियमों का निर्माण शामिल है।
पिछले प्रयास: मार्च 2024 में, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा को कला, संस्कृति और युवा विभाग का प्रभार सौंपा गया था, जिसके तहत खेल विकास को प्राथमिकता दी गई।
यह निर्णय न केवल रोजगार सृजन करेगा, बल्कि बिहार के युवाओं को खेलों में भाग लेने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
पशुपालन विभाग में भर्ती: ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती
पशुपालन और मत्स्य पालन बिहार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। कैबिनेट ने इस क्षेत्र में भर्तियों को मंजूरी देकर ग्रामीण विकास और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा है।
पशु चिकित्सक और सहायक कर्मचारी: पशुपालन विभाग में पशु चिकित्सकों, तकनीकी सहायकों, और अन्य कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी। यह ग्रामीण क्षेत्रों में पशु स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाएगा।
पिछले प्रयास: मार्च 2024 में, बीजेपी की वरिष्ठ नेता रेणु देवी को मत्स्य पालन और पशुपालन विभाग का प्रभार सौंपा गया था, और तब से इस क्षेत्र में कई सुधार किए गए हैं।
केंद्र सरकार का समर्थन: केंद्र सरकार ने पशुपालन अवसंरचना विकास कोष (AHIDF) के तहत 29,610 करोड़ रुपये का आवंटन किया है, जिसका लाभ बिहार को भी मिलेगा।
ये भर्तियां न केवल रोजगार के अवसर पैदा करेंगी, बल्कि पशुपालकों और मछुआरों की आय में भी वृद्धि करेंगी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
विधि विभाग में भर्ती: न्याय व्यवस्था को सशक्त करना
कैबिनेट ने विधि विभाग में भी भर्तियों को मंजूरी दी है, जिसका उद्देश्य राज्य की न्यायिक प्रणाली को और सशक्त करना है।
कानूनी अधिकारियों की नियुक्ति: विभिन्न स्तरों पर कानूनी सलाहकारों और अधिकारियों की भर्ती की जाएगी, जो सरकारी कार्यों में कानूनी सहायता प्रदान करेंगे।
न्यायिक अवसंरचना: कैबिनेट ने निचली अदालतों और कानूनी कार्यालयों के लिए अवसंरचना विकास को भी मंजूरी दी।पिछले प्रयास: मार्च 2024 में, नितिन नवीन को विधि और शहरी विकास विभाग का प्रभार सौंपा गया था, जिसके बाद इस क्षेत्र में कई सुधार देखे गए।यह कदम न केवल कानूनी प्रक्रियाओं को तेज करेगा, बल्कि आम नागरिकों के लिए न्याय तक पहुंच को भी आसान बनाएगा।
अन्य महत्वपूर्ण निर्णय
शिक्षा, खेल, पशुपालन, और विधि विभागों के अलावा, कैबिनेट ने स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए:
स्वास्थ्य क्षेत्र में भर्ती: 2616 आयुष डॉक्टरों की भर्ती के लिए पहले ही प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है, और अब और पदों को मंजूरी दी गई है।
कैबिनेट विस्तार: जनवरी 2025 में कैबिनेट विस्तार की संभावना जताई गई थी, जिसमें बीजेपी के चार मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है।
वेतन वृद्धि: कैबिनेट ने मंत्रियों और समकक्ष पदों के लिए 30% वेतन वृद्धि को मंजूरी दी थी, साथ ही 26,000 सरकारी पदों का सृजन किया गया था।
25 अप्रैल 2025 को आयोजित बिहार कैबिनेट की बैठक में लिए गए निर्णय राज्य के विकास और रोजगार सृजन की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होंगे। शिक्षा, खेल, पशुपालन, और विधि विभागों में बंपर भर्तियों से न केवल बेरोजगारी की समस्या से निपटा जाएगा, बल्कि इन क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण सेवाओं का विस्तार भी होगा। नीतीश कुमार सरकार की यह पहल बिहार को एक समृद्ध और आत्मनिर्भर राज्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगी।