पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की छात्र इकाई, छात्र राजद पूर्वी चंपारण ने अपनी नई जिला कार्यकारिणी सूची जारी की है, जिसके प्रभारी-सह-अध्यक्ष राकेश यादव हैं। इस सूची में जिला उपाध्यक्ष, महासचिव, सोशल मीडिया प्रभारी, सचिव और संगठन सचिव के रूप में 20 से अधिक कार्यकर्ताओं के नाम शामिल हैं। हालांकि, इस सूची में मुस्लिम समुदाय के किसी भी प्रतिनिधि का नाम न होने से राजद के परंपरागत मुस्लिम-यादव (MY) समीकरण पर सवाल उठने लगे हैं।
पूर्वी चंपारण, जहां मुस्लिम आबादी का एक बड़ा हिस्सा है, वहां छात्र राजद की इस सूची में जितेंद्र कुमार, अमरेश यादव, विवेक कुमार, नितीश उर्फ जग्गू दादा, चुमन कुमार, दीपक कुशवाहा, अभिषेक यादव, मुलायम यादव जैसे नाम शामिल हैं, लेकिन मुस्लिम समुदाय से कोई प्रतिनिधित्व नहीं दिखता। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राजद, जो लंबे समय से MY समीकरण के बल पर बिहार की राजनीति में मजबूत स्थिति बनाए हुए है, के लिए यह एक गंभीर चूक हो सकती है। विशेष रूप से तब, जब पार्टी 2025 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है।

स्थानीय राजद कार्यकर्ताओं के बीच इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है। एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “मुस्लिम समुदाय हमारी पार्टी का मजबूत आधार रहा है। उनकी अनदेखी से कार्यकर्ताओं और समर्थकों में निराशा फैल सकती है।” दूसरी ओर, राजद नेतृत्व ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
यह मुद्दा ऐसे समय में उठा है, जब राजद मतदाता सूची पुनरीक्षण जैसे मुद्दों पर सक्रियता दिखा रही है। सूची में विविधता की कमी से पार्टी की समावेशी छवि पर असर पड़ सकता है, जो आगामी चुनावों में उसके लिए चुनौती बन सकता है।