पटना :बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी (बीपीएसएम) के तहत जिले में कार्यरत आईटी सहायक और कार्यपालक सहायक अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। बिहार राज्य आईटी कर्मी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर चेतावनी दी है कि 3 और 4 अक्टूबर को सभी आईटी व कार्यपालक सहायक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। यदि सरकार ने उनकी मांगों पर सकारात्मक कदम नहीं उठाया तो 6 अक्टूबर से वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर चले जाएंगे। बिहार राज्य आईटी कर्मी संयुक्त संघर्ष मोर्चा द्वारा सोमवार को प्रदेश स्तर पर एक बैठक आहूत की गई। जिसमें यह निर्णय लिया गया की बिहार के समस्त कार्यपालक सहायक व आईटी सहायक 03 एवं 04 अक्टूबर, 2025 को सरकार के उदासीन रवैया के खिलाफ सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।
आईटी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ई. ओम प्रकाश सिंह व कार्यपालक सहायक संघ के प्रदेश अध्यक्ष आशीष कुमार ने बताया की संघ की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के सभी संविदा कर्मियों के मानदेय वृद्धि का आश्वासन दिए जाने के बावजूद बीपीएसएम के तहत कार्यरत आईटी व कार्यपालक सहायकों की मानदेय वृद्धि अब तक लंबित है। जबकि राज्य के अन्य विभागों के संविदा कर्मियों को इसका लाभ मिल चुका है। संघ ने आरोप लगाया है कि बीपीएसएम के कर्मियों के साथ द्वितीय श्रेणी का व्यवहार किया जा रहा है, जिससे कर्मियों में गहरा आक्रोश है। मोर्चा ने बताया कि इस मुद्दे पर 26 अगस्त को शासी परिषद की बैठक हुई थी लेकिन उसमें भी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। आईटी कर्मियों ने कहा कि वे जून 2025 से लगातार ज्ञापन, प्रदर्शन और अभ्यावेदन देकर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते रहे हैं। बावजूद इसके उनकी जायज मांगों पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। संघ के नेताओं ने साफ कहा कि यदि सरकार ने समय रहते मानदेय पुनरीक्षण का निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन और भी उग्र होगा। उन्होंने मांग की है कि बीपीएसएम के अंतर्गत कार्यरत कर्मियों को भी राज्य के अन्य संविदा कर्मियों की तरह सम्मानजनक वेतन और सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। आईटी व कार्यपालक सहायकों की इस घोषणा से जिले में कई कार्यालयों के कार्य प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। कोषाध्यक्ष राजीव कुमार, दुर्गेश ठाकुर, कौशलेन्द्र द्वेवेदी आदि उपस्थित थें।
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