पटना:द प्लुरल्स पार्टी के संयुक्त सचिव एडवोकेट प्रांजल सिंह ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की हालिया नियुक्ति को “भाई-भतीजावाद और पक्षपात का शर्मनाक उदाहरण” बताते हुए कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि ऐसे निर्णय बिहार क्रिकेट के भविष्य को गहरी चोट पहुँचा रहे हैं।अपने सोशल मीडिया हैंडल पर प्रकाशित बयान में सिंह ने 24 वर्षीय “वंशज” को बीसीए अध्यक्ष बनाए जाने पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा-“यह नियुक्ति मेहनत, योग्यता और अनुभव का मज़ाक उड़ाती है। यह साफ कर देती है कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में प्रतिभा की जगह परिवार और पहुंच को प्राथमिकता दी जाती है। इस तरह का भाई-भतीजावाद, सालों की मेहनत करने वाले खिलाड़ियौ, कोचों और समर्थकों के साथ अन्याय है, जो सुधार का सपना देखते आए हैं।”
एडवोकेट सिंह ने आगे कहा कि भाई-भतीजावाद और पक्षपात सीधे तौर पर युवाओं के अवसर छीन रहे हैं।जब नियुक्तियां ‘जन्मसिद्ध अधिकार’ पर तय होंगी, न कि क्षमता और दृष्टि पर, तो सुधार की संभावना ही खत्म हो जाएगी।यही कारण है कि बिहार क्रिकेट लगातार पिछड़ता जा रहा है और खिलाड़ियों को सही मंच उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नेतृत्व उन्हीं लोगों के हाथों में होना चाहिए जिनके पास ईमानदारी, अनुभव और दृष्टि हो सिर्फ परिवारिक नाते की वजह से कुर्सी पर बैठा दिया जाना खेल और खिलाड़ियों दोनों के साथ विश्वासघात है।द प्लुरल्स पार्टी बिहार के खिलाड़ियों और क्रिकेट प्रेमियों के साथ खड़ी है और इस तरह के अन्यायपूर्ण फैसलों के खिलाफ अपनी आवाज़ लगातार बुलंद करती रहेगी।