अरवल में आयोजित जनसभा में केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन नाम की कोई चीज नहीं है, यह बिना दूल्हे की बारात की तरह है। गिरीराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने महागठबंधन के पाप को धो दिया है। उन्होंने कहा कि जब लालू यादव की सरकार थी, तब राज्य में केवल चरवाहा विद्यालय खुलते थे, लेकिन आज बिहार में मेडिकल कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज खुल रहे हैं। उन्होंने इसे “डबल इंजन सरकार” की उपलब्धि बताया, जिसने शिक्षा और विकास के क्षेत्र में नई दिशा दी है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश का विकास धर्म और जाति देखकर नहीं हो सकता। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग हिंदू-मुसलमान की राजनीति करते हैं, वे बिहार और देश के विकास के दुश्मन हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे उन लोगों से सावधान रहें जो मुफ्त की सुविधाएँ लेकर भी सरकार के काम को नकारते हैं। सिंह ने कहा, “जो लोग मुफ्त का अनाज, गैस सिलेंडर, किसान निधि, वृद्धा पेंशन लेकर भी कहते हैं कि सरकार ने कुछ नहीं किया, वे नमक हराम हैं।” उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे ऐसे लोगों की पहचान करें जो केवल वोट बैंक की राजनीति करते हैं और समाज को बांटने का काम करते हैं।
तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए गिरीराज सिंह ने कहा कि विपक्षी नेता रोजगार देने की बात करते हैं, लेकिन इसके पीछे उनका मकसद कुछ और है। उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव हर घर में नौकरी देने की बात इसलिए कर रहे हैं ताकि लोगों की जमीन अपने नाम लिखवा सकें। सिंह ने व्यंग्य करते हुए कहा, “तेजस्वी यादव हर घर में नौकरी देने का वादा इसलिए कर रहे हैं ताकि सबसे जमीन लिखवा कर हथुआ महाराज बन सकें।” उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब जागरूक है और ऐसे झूठे वादों में आने वाली नहीं है। गिरीराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और बिहार दोनों तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और आने वाले चुनाव में जनता इसका जवाब विकास के नाम पर देगी।