असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को आज़ाद हिंद फौज स्थापना दिवस के अवसर पर वीर सैनिकों और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साहसिक नेतृत्व को नमन किया। उन्होंने कहा कि आज़ाद हिंद फौज (INA) ने ब्रिटिश शासन को चुनौती देकर भारत की स्वतंत्रता की नींव मजबूत की।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स (X)’ पर पोस्ट करते हुए लिखा,
“आज़ाद हिंद फौज के स्थापना दिवस पर हम उस सशक्त सेना के उन पुरुषों और महिलाओं को याद करते हैं जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य को सीधी चुनौती दी और उसकी जड़ों को हिला दिया।”
उन्होंने आगे कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का आदर्श और आज़ाद हिंद फौज की बहादुरी हर भारतीय के लिए प्रेरणास्रोत है।
ज़ाद हिंद फौज की ऐतिहासिक भूमिका
21 अक्टूबर 1943 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने सिंगापुर में आज़ाद हिंद फौज (INA) की स्थापना की थी। इसका उद्देश्य भारत को ब्रिटिश शासन से आज़ादी दिलाना था। यह सेना दक्षिण-पूर्व एशिया के भारतीय युवाओं से बनी थी जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
असम समेत पूरे उत्तर-पूर्व भारत में INA की वीरता और देशभक्ति की कहानियाँ आज भी प्रेरणा देती हैं।
💬 मुख्यमंत्री का संदेश और देशभक्ति का संदेश
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि भारत की आज़ादी में आज़ाद हिंद फौज का योगदान अमिट है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे देश के प्रति समर्पण और एकता की भावना को मजबूत करें।

