Money Laundering case: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बिहार के चर्चित आईएएस और ऊर्जा विभाग के पूर्व प्रधान सचिव संजीव हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को शिकंजा कसा और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। संजीव हंस को पटना स्थित उनके सरकारी आवास से और गुलाब यादव को दिल्ली के एक रिसॉर्ट से हिरासत में लिया गया। आज ईडी गुलाब यादव को पटना लेकर आएगी।
संजीव हंस भारतीय प्रशासनिक सेवा के पहले अधिकारी हैं, जिन्हें ईडी ने गिरफ्तार किया है। अदालत ने उन्हें 29 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया, जिसके बाद उनकी रात बेउर जेल में कटी।
गौरतलब है कि संजीव हंस और गुलाब यादव के खिलाफ जुलाई महीने में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले दर्ज हुए थे। ईडी ने उनके पटना, झंझारपुर, पुणे, मुंबई समेत 21 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की थी। इसके अलावा बिहार की विशेष जांच इकाई ने भी उनके खिलाफ अधिक संपत्ति और पद के दुरुपयोग के आरोपों की जांच शुरू की थी।
सितंबर में यह खुलासा हुआ था कि संजीव हंस ने अवैध रूप से कमाई की और मोहाली व कसौली में करोड़ों की बेनामी संपत्ति खरीदी, जिसमें पंजाब के मोहाली में एक बड़ा प्लॉट और हिमाचल प्रदेश के कसौली में चार आलीशान विला शामिल हैं। अन्य कई स्थानों पर भी उनकी काली कमाई के दस्तावेज मिले हैं।

