Bihar Vidhan Parishad : मंगलवार को बिहार विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने राज्य में स्मार्ट मीटर के मुद्दे को लेकर नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया। राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि बिहार में ‘स्मार्ट घोटाला’ हो रहा है और लोग बिजली बिल के फर्जीवाड़े से परेशान हैं। उनका कहना था कि लाखों उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर के माध्यम से एक निजी कंपनी राज्य के लोगों के साथ घोटाला कर रही है। इस मुद्दे को लेकर विपक्षी नेताओं ने विधान परिषद भवन के बाहर प्रदर्शन किया और स्मार्ट मीटर को बिहार में तुरंत बंद करने की मांग की। राबड़ी देवी ने राज्य सरकार से स्मार्ट मीटर के इंस्टॉलेशन को तत्काल रोकने की अपील की।
वहीं, सदन की कार्यवाही के दौरान MLC शशि यादव ने आशा और आशा फैसिलिटेटर से जुड़े मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि करीब 1 लाख महिलाओं को पोशाक के लिए 1,000 रुपये की जगह 2,500 रुपये दिए जाने चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि की बजाय नियमित मानदेय दिया जाए। शशि यादव के इस मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने जवाब देते हुए कहा कि आशा कार्यकर्ता राज्य के स्वास्थ्य सिस्टम की रीढ़ की हड्डी हैं और सरकार इस प्रस्ताव पर विचार कर रही है। हालांकि, मंत्री के इस जवाब से शशि यादव संतुष्ट नहीं दिखीं और उन्होंने इसे केवल “कागजी आश्वासन” करार दिया।