Bihar Vidhan Parishad:बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद, राज्य के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर शराब कंपनियों से सियासी चंदा लेने का गंभीर आरोप लगाया गया है। जनतादल यूनाइटेड (जदयू) के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने मंगलवार को बिहार विधान परिषद में राजद और तेजस्वी यादव को निशाने पर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि राजद ने शराब कंपनियों से 46 करोड़ 64 लाख रुपये का चंदा लिया है, जो इलेक्ट्रॉनिक बॉन्ड के तहत प्राप्त हुआ है।
नीरज कुमार ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत सदन में कहा कि राजद ने दिसंबर 2023 से जनवरी 2024 के बीच शराब कंपनियों से यह राशि प्राप्त की। उन्होंने यह सवाल उठाया कि जब बिहार में शराबबंदी है, तो तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी राजद शराब कंपनियों से पैसे क्यों ले रही है। नीरज ने तेजस्वी से सवाल किया कि वे इस मामले पर जवाब दें, और अगर उनका सवाल गलत है, तो वे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।
नीरज कुमार ने इस मामले को और जोर देते हुए कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन इसके बावजूद तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी शराब कंपनियों से पैसे लेकर राज्य के कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। उनका कहना था कि यह शराबबंदी कानून को कमजोर करने का प्रयास है, और इस मुद्दे को जनता के सामने लाना जरूरी है।
इससे पहले, नीरज कुमार ने सोशल मीडिया के जरिए भी तेजस्वी यादव को घेरा था। उन्होंने सवाल किया था कि शराबबंदी वाले बिहार में एक साल के भीतर राजद को शराब बनाने वाली कंपनियों से 46 करोड़ 64 लाख रुपये का चंदा कैसे मिला।
गौरतलब है कि बिहार में अप्रैल 2016 से शराबबंदी लागू है। राज्य में शराब बेचना, लाना, परिवहन करना, पीना और उत्पादन करना पूरी तरह से अवैध है। ऐसे में शराब कंपनियों से चंदा लेने के आरोप ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।