बिहार सिपाही भर्ती में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। बिहार सरकार ने सिपाही भर्ती के अभ्यर्थियों की मांग को स्वीकार कर लिया है। पिछले कुछ दिनों से सिपाही भर्ती अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे, और अब नीतीश सरकार ने इस मुद्दे पर अहम फैसला लिया है। केंद्रीय चयन पर्षद (सीएससी) के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने इस फैसले की जानकारी दी है।
सीएससी ने इस मामले को लेकर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि अगर अभ्यर्थियों के पास NCL और EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) का सर्टिफिकेट आज की तारीख तक मान्य है, तो वे दस्तावेज़ सत्यापन में सम्मिलित हो सकते हैं। 9 दिसंबर से सिपाही भर्ती परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन शुरू होगा। अभ्यर्थियों का यह कहना था कि उनसे 2022 से पहले के दस्तावेज़ की मांग नहीं की जाए।
अब आयोग ने अभ्यर्थियों की इस मांग को स्वीकार करते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि सिपाही भर्ती के तहत शारीरिक दक्षता परीक्षा और दस्तावेज़ सत्यापन 9 दिसंबर 2024 से शुरू होंगे। आयोग ने यह भी बताया कि पहले प्रकाशित विज्ञापन में BC और EBC श्रेणी के अभ्यर्थियों के NCL प्रमाणपत्र और EWS श्रेणी के अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र की कट-ऑफ तिथि और समय सीमा का उल्लेख नहीं किया गया था। इस पर निर्णय के लिए सामान्य प्रशासन विभाग को मार्गदर्शन के लिए भेजा गया है।
आयोग ने आगे कहा है कि सभी अभ्यर्थियों को सूचित किया जाता है कि 9 दिसंबर 2024 से शुरू होने वाली शारीरिक दक्षता परीक्षा और दस्तावेज़ सत्यापन के दौरान आरक्षण कोटि के अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की समय सीमा और इश्यू डेट के आधार पर उन्हें अयोग्य या असफल घोषित नहीं किया जाएगा। इस पर निर्णय सामान्य प्रशासन विभाग से प्राप्त निर्देशों के आधार पर लिया जाएगा।