मुंगेर:मुंगेर के तोपखाना बाजार निवासी गुलजार पोखर मस्जिद के इमाम मोहम्मद अहमद बुखारी ने अपनी बेटी को समाज की रूढ़िवादी सोच से ऊपर उठकर पढ़ने की पूरी आजादी दी। उनकी बेटी हबीबा बुखारी ने इस विश्वास पर खरा उतरते हुए बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में 30वीं रैंक हासिल कर जज बनने का गौरव प्राप्त किया। इस सफलता ने न केवल उनके पिता बल्कि पूरे समाज का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।
हबीबा बुखारी अब्दुल्ला बुखारी की भतीजी और कारी मोहम्मद अहमद बुखारी की पुत्री हैं। उनकी इस उपलब्धि से परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है। हबीबा ने मैट्रिक तक की पढ़ाई मुंगेर में की, जबकि इंटर और लॉ की पढ़ाई अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पूरी की।
हबीबा ने अपनी सफलता का श्रेय परिवार के सहयोग को देते हुए कहा, “आज की बेटियां कुछ भी कर सकती हैं। मेरे परिवार ने मुझे पढ़ने की आजादी दी, जबकि हमारे समाज में अक्सर बेटियों की कम उम्र में शादी कर दी जाती है और उच्च शिक्षा की राहें मुश्किल होती हैं। इसके बावजूद मेरे परिवार ने मेरी शिक्षा के रास्ते में कभी कोई रुकावट नहीं आने दी।”
उनके पिता मोहम्मद अहमद बुखारी का कहना है, “आज बेटियां बेटों से भी ज्यादा मेहनत कर रही हैं। इसलिए उन्हें पढ़ने और आगे बढ़ने का पूरा मौका दिया जाना चाहिए। मेरी बेटी ने जिस मुकाम को हासिल किया है, वह हर पिता का सपना होता है।”
हबीबा की इस सफलता ने समाज में बेटियों की शिक्षा और सशक्तिकरण को लेकर एक नई प्रेरणा दी है।