Bihar Police News:बिहार में अब महिलाएं केवल सुरक्षा मांगने के लिए नहीं, बल्कि सुरक्षा देने के लिए पहचानी जा रही हैं। राज्य में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या अब तक सबसे अधिक है, जो राष्ट्रीय औसत से भी कहीं अधिक है। वर्तमान में बिहार में करीब 29 हजार महिला पुलिसकर्मी और पदाधिकारी कार्यरत हैं, और नई बहाली के बाद यह संख्या और बढ़ेगी। महिलाएं अब सिपाही से लेकर पुलिस महानिदेशक (डीजी) तक के पदों पर हैं। इसके अलावा, महिलाएं थानों की कमान संभाल रही हैं और डायल-112 की गाड़ियां भी चला रही हैं।
बिहार में महिला पुलिसकर्मियों के योगदान को देखते हुए पहली बार महिला बटालियन का गठन किया गया है। राज्य के सभी 40 पुलिस जिलों और 4 रेल पुलिस जिलों में महिला थानों की स्थापना भी की गई है, और इसके लिए 647 पदों का सृजन किया गया है। इसके अलावा, अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए स्वाभिमान बटालियन भी बनाई गई है।
अगर हम बिहार पुलिस में महिलाओं की स्थिति पर गौर करें, तो 1 जनवरी 2005 तक राज्य में केवल 893 महिला पुलिसकर्मी और पदाधिकारी थे। यह स्थिति 2013 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पुलिस बल में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के बाद बदल गई। इसके परिणामस्वरूप बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ, और अब यह संख्या बढ़कर 29 हजार हो गई है। इस बदलाव ने समाज में भी सकारात्मक असर डाला है। अब महिलाएं बिना झिझक के थानों में आकर अपनी शिकायतें दर्ज करा रही हैं, जिससे उन्हें बराबरी का हक मिल रहा है।

राष्ट्रीय स्तर पर भी बिहार महिला सशक्तीकरण में एक मिसाल पेश कर रहा है। देशभर के पुलिस बल में महिला पुलिसकर्मियों का औसत 16.05 प्रतिशत है, जबकि बिहार में यह आंकड़ा 29 प्रतिशत है। महाराष्ट्र में 12.52 प्रतिशत और तमिलनाडु में 18.50 प्रतिशत महिला पुलिसकर्मी हैं। हिमाचल प्रदेश में 19.15 प्रतिशत महिला पुलिसकर्मी हैं। दिल्ली पुलिस की कुल संख्या 82,195 है, जिसमें महिला पुलिसकर्मियों की संख्या 10,110 है, जो कुल का 12.30 प्रतिशत है।
इसके अतिरिक्त, उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक महिला पुलिसकर्मी हैं, जहां 3 लाख 3 हजार 450 पुलिसकर्मियों में से 29 हजार 112 महिलाएं हैं, जो कुल का 9.59 प्रतिशत हैं। महाराष्ट्र इस मामले में दूसरे स्थान पर है।
बिहार में पुलिसकर्मियों की संख्या फिलहाल 1 लाख 20 हजार है, लेकिन अगले चरण में 65 हजार पुलिसकर्मियों की और बहाली होने वाली है। इसके बाद राज्य में पुलिस बल की कुल संख्या 1 लाख 85 हजार हो जाएगी, जिससे पुलिस-पब्लिक अनुपात में भी सुधार होगा। वर्तमान में 1000 लोगों पर एक पुलिसकर्मी है, जो बहाली के बाद घटकर 649 व्यक्ति पर एक पुलिसकर्मी हो जाएगा।

