पटना:एसोसिएशन ऑफ रेडिएशन ऑंकोलॉजिस्ट्स ऑफ इंडिया (एआरओआई), बिहार चैप्टर और पारस एचएमआरआई, पटना की ओर से 12-13 जुलाई को रेडिएशन ऑंकोलॉजी का 7वां वार्षिक कॉन्फ्रेंस का आयोजन होटल मौर्या में किया जाएगा। इसमें देशभर के कैंसर रोग विशेषज्ञ भाग लेने पटना पहुंचेंगे। इस बात की जानकारी एसोसिएशन ऑफ रेडिएशन ऑंकोलॉजिस्ट्स ऑफ इंडिया (एआरओआई), बिहार चैप्टर के आयोजन सचिव व वाइस प्रेसीडेंट डॉ. शेखर केसरी ने शुक्रवार को पारस हॉस्पिटल परिसर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन बिहार के राज्यपाल महामहिम आरिफ मोहम्मद खान करेंगे। दो दिवसीय इस आयोजन में लंग कैंसर, गॉल ब्लैडर (पित्ताशय की थैली) कैंसर, हेड-नेक कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, ब्रेन कैंसर और गायनैकोलॉजिकल मैलिग्नैंसी पर इसके विशेषज्ञ विस्तार से चर्चा करेंगे।
सर्जरी विभाग के निदेशक डॉ एए हई ने बताया कि इसका थीम “ साक्ष्य से लेकर उत्कृष्टता तक – सहयोगात्मक दृष्टिकोण” है, जिसमें कैंसर के इलाज मेडिकल, सर्जिकल और पैलेटिव ऑंकोलॉजी तीनों डिपार्टमेंट की भूमिकाओं के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। तीनों ही विभाग के कैंसर रोग विशेषज्ञ इसमें अपने-अपने विचार रखेंगे। उन्होंने बताया कि पोस्ट ग्रैजुएट के लिए क्विज कॉम्पिटिशन और रिसर्च पेपर प्रस्तुत कर पाएंगे। बिहार के भी ऑंकोलॉजिस्ट इसमें अपने अपने शोध-पत्र प्रस्तुत करेंगे।
पारस एचएमआरआई, पटना के जोनल डायरेक्टर अनिल कुमार ने औरगेनाइजिंग कमेटी को धन्यवाद दिया और बताया कि पारस हॉस्पिटल का हमेशा यही लक्ष्य रहा है कि नई तकनीक को अपना कर अधिक से अधिक मरीजों तक पहुंचाई जाए जो विश्व में नई तकनीक अपनाई जा रही है वो पारस हॉस्पिटल में भी हो। बताया कि इस आयोजन में देशभर के 300 से अधिक ऑंकोलॉजिस्ट भाग लेंगे। इसमें टीएमएच मुंबई, सीएमसी,वेल्लोर ; बंगलोर, कोलकाता के रेडिएशन ऑंकोलॉजिस्ट प्रमुख हैं।प्रेस कॉन्फ्रेंस में एआरओआई प्रेसिडेंट डॉ. राजीव रंजन प्रसाद, सचिव डॉ. राजेश कुमार सिंह, डॉ. प्रीतांजलि सिंह और डॉ. विनीता त्रिवेदी, डा ऋचा चौहान ने भी अपने विचार रखे।
पारस एचएमआरआई के बारे में
पारस एचएमआरआई पटना ने 2013 में परिचालन शुरू किया। यह बिहार का पहला कॉर्पोरेट अस्पताल है जिसके पास परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड द्वारा लाइसेंस प्राप्त कैंसर उपचार केंद्र है। जून 2024 में एक्सेस किए गए एनएबीएच पोर्टल के अनुसार, पारस एचएमआरआई अस्पताल, पटना 2016 में एनएबीएच मान्यता प्राप्त करने वाला बिहार का पहला अस्पताल था। 30 सितंबर 2024 तक इस अस्पताल की बेड क्षमता 350 बेडों की है, जिसमें 80 आईसीयू बेड शामिल हैं।