पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में बगावत की आग भड़क उठी है। राजद की महिला प्रकोष्ठ की बिहार अध्यक्ष रितु जायसवाल ने परिहार विधानसभा सीट से टिकट न मिलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उनके इस फैसले ने पार्टी के भीतर उथल-पुथल मचा दी है।
रितु जायसवाल ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि परिहार की जनता ने उन्हें टिकट बदलने की अफवाहों के बाद असंख्य संदेश भेजकर परिहार न छोड़ने की अपील की। उन्होंने पिछले पांच वर्षों में परिहार की जनता के सुख-दुख और संघर्षों को करीब से महसूस करने की बात कही। साथ ही, उन्होंने वर्तमान बीजेपी विधायक गायत्री देवी और पूर्व विधायक डॉ. रामचंद्र पूर्वे को क्षेत्र की बदहाली के लिए जिम्मेदार ठहराया।

रितु ने डॉ. पूर्वे पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में उनकी गद्दारी के कारण ही उन्हें मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने दावा किया कि डॉ. पूर्वे की बहू को परिहार से टिकट देना उनकी गद्दारी का पुरस्कार जैसा है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि परिहार छोड़कर किसी अन्य सीट से चुनाव लड़ना उनकी आत्मा को स्वीकार नहीं है। रितु ने पार्टी नेतृत्व को सूचित किया है कि यदि टिकट का निर्णय नहीं बदला गया, तो वह परिहार से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने इसे परिहार की जनता की भावनाओं का सम्मान बताया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि रितु जायसवाल का यह कदम राजद के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। परिहार में उनकी मजबूत पकड़ और जनता के बीच लोकप्रियता को देखते हुए, उनके निर्दलीय उम्मीदवारी से राजद के वोट बैंक में सेंध लग सकती है। यह घटना बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद के लिए आंतरिक चुनौतियों को और गहरा सकती है।