मध्य प्रदेश के इंदौर में इस बार दीपावली उत्सव की रौनक कुछ खास रही। शहर के प्रसिद्ध श्री योगमाया महालक्ष्मी मंदिर को अनोखे अंदाज में सजाया गया, जिससे भक्तों का मन मोह गया। मंदिर प्रबंधन समिति ने देवी लक्ष्मी के प्रति श्रद्धा और भक्ति का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करते हुए मंदिर परिसर को 1 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के नोटों से सजाया। इस विशेष सजावट में ₹10 से लेकर ₹2000 तक के नोटों का आकर्षक संयोजन किया गया, जिससे पूरा मंदिर परिसर सोने-सा चमक उठा। दीपावली के अवसर पर मंदिर में हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे और इस भव्य दृश्य को देखने के लिए लंबी कतारें लगीं।
मंदिर समिति के सदस्यों का कहना है कि इस भव्य सजावट का उद्देश्य केवल दिखावा नहीं, बल्कि लोगों में धन की देवी लक्ष्मी के प्रति श्रद्धा और सामाजिक एकता का संदेश देना है। आयोजन के दौरान सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। स्थानीय पुलिस प्रशासन ने नोटों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी कैमरों की निगरानी और अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की। श्रद्धालुओं को मंदिर में शांतिपूर्वक दर्शन कराने के लिए स्वयंसेवक लगातार व्यवस्था संभालते रहे। मंदिर परिसर में पारंपरिक दीपों और फूलों की सजावट ने पूरे वातावरण को और अधिक भक्ति-भाव से भर दिया।
दीपावली पर्व पर इस तरह की अद्वितीय सजावट ने न केवल इंदौर बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में चर्चा का विषय बना दिया है। सोशल मीडिया पर मंदिर की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। कई भक्तों ने इसे “मां लक्ष्मी की कृपा का प्रतीक” बताया, वहीं कुछ लोगों ने इसे श्रद्धा और कला का संगम कहा। आयोजन समिति का कहना है कि हर साल मंदिर को किसी न किसी विशेष थीम से सजाया जाता है, लेकिन इस बार की मुद्रा-सजावट भक्तों के सहयोग और आस्था का फल है। इस आयोजन ने यह संदेश भी दिया कि जब समाज एकजुट होकर भक्ति में जुड़ता है, तो हर उत्सव एक नई प्रेरणा बन जाता है।