पटना, : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले शेखपुरा जिले की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को झटका देते हुए पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष [नाम यहां डालें, यदि उपलब्ध हो] जनता दल यूनाइटेड (JDU) में शामिल हो गए हैं। जेडीयू में शामिल होते ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों और सुशासन की सराहना की, जबकि आरजेडी पर संगठन में उपेक्षा का आरोप लगाया।
इस कदम से शेखपुरा जिले की दो विधानसभा सीटों — शेखपुरा और बरबीघा — पर चुनावी समीकरण पूरी तरह बदल सकते हैं। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, आरजेडी को यहां मजबूत कार्यकर्ता नेटवर्क की कमी का सामना करना पड़ सकता है, जबकि जेडीयू को संगठनात्मक मजबूती और जातीय समीकरण दोनों का फायदा मिल सकता है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आरजेडी से जुड़े इस वरिष्ठ नेता के पलायन से पार्टी की अंदरूनी गुटबाज़ी एक बार फिर उजागर हुई है। वहीं, जेडीयू इसे “जनता का भरोसा लौटने” की शुरुआत बता रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस सियासी बदलाव का असर आगामी विधानसभा चुनावों में किस तरह दिखाई देता है।