दीपक चौरसिया को यह कानूनी नोटिस डॉ. फारुख खान द्वारा जारी किया गया है।नोटिस में कहा गया है कि चौरसिया ने जानबूझकर, शरारत और बदनीयत से मुस्लिम भावनाओं को आहत करने का काम किया है।
नई दिल्ली:केरल में हथिनी की मौत पर अपनी गन्दी सोंच और घृणित मानसिकता का परिचय देते हुए साम्प्रदायिक रंग देने वाले और उत्तरप्रदेश के बांदा में ज़हरीला चारा खाने से हुई 15 गायों की मौत पर बिल में घुस जाने वाले मीडिया चैनल ‘न्यूज नेशन’ के कंसल्टिंग एडिटर और एंकर दीपक चौरसिया को उसके एक विवादित ट्वीट के लिए कानूनी नोटिस भेजा गया है। अपने इस ट्वीट में दीपक चौरसिया ने केरल में गर्भवती हथिनी की हत्या के मामले में दो मुस्लिमों को आरोपी बताया था। नोटिस में कहा गया है कि चौरसिया ने जानबूझकर, शरारत और बदनीयत से मुस्लिम भावनाओं को आहत करने का काम किया है।दीपक चौरसिया को यह कानूनी नोटिस डॉ. फारुख खान द्वारा जारी किया गया है। दीपक चौरसिया ने हिंदी में यह ट्वीट करते हुए लिखा कि केरल के गर्भवती हथिनी की हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हत्या के मामले में अमजद अली और तमीम शेख की गिरफ़्तारी हुई है। इन आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”
newsd के अनुसार ट्वीट में गलत तथ्य प्रस्तुत करने के लिए जब चौरसिया की खिंचाई हुई तो उसने यह ट्वीट डिलीट कर दिया। लेकिन इसे हटाए जाने से पहले ट्वीट को कई हजार रीट्वीट और लाइक मिल गए।एंकर को नोटिस भेजने वाले डॉ. फर्रुख खान ने कहा है कि चौरसिया ट्वीट ने इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने के लिए पहले से ही चल रहे शातिराना अभियान को और मजबूत करने का काम किया। डॉ. खान ने कहा, “कई यूजर्स ने दावा किया कि गर्भवती हथिनी की मौत की योजना इन दोनों ने बनाई थी और इसके साथ मुस्लिम बहुल आबादी होने के लिए केरल के पलक्कड़ को बदनाम किया गया और भारतीय मुसलमानों को बेवजह टारगेट किया गया।”डॉ. खान ने कहा कि दीपक चौरसिया ने मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाया और अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से फर्जी खबरें फैला रहा है।उन्होंने आगे यह भी कहा कि यह पहली बार नहीं है कि वह समुदाय को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं बल्कि ट्वीट के साथ उसका लहजा इस बात का प्रतीक था कि इस देश में सभी गड़बड़ियां मुसलमानों की वजह से ही हैं।बताते चलें कि घटना के सुर्खियों में आने के बाद पलक्कड़ के एसपी जी शिवा विक्रम ने कहा था कि विल्सन के अलावा किसी व्यक्ति को गिरफ्तार या हिरासत में नहीं लिया गया था। अमजद अली और तमीम शेख नामक दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी के बारे में सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट को उन्होंने फेक न्यूज़ या अफवाह बताया था।