नई दिल्ली: हाल ही में संपन्न कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। कांग्रेस पार्टी ने व्यापक जनसमर्थन के साथ प्रचंड बहुमत हासिल किया है। कांग्रेस ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार को धूल चटा दी। इसके साथ ही अब यह तय हो गया है कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार होगी। इस सिलसिले में रविवार को पार्टी विधायक दल की बैठक भी हुई जिसमें सरकार बनाने पर चर्चा की गई। पार्टी विधायक दल की बैठक में हालांकि मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर नहीं लग सकी!विधायक दल की बैठक में पार्टी के विधायकों ने मुख्यमंत्री के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे को अधिकृत किया और कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी का मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला मलिकार्जुन खरगे को लेना है।कर्नाटक में अभी कांग्रेस सीएम पद को लेकर फैसला नहीं कर पाई है कि उसके सामने एक नई मांग उठ खड़ी हुई है. सुन्नी उलेमा बोर्ड के मुस्लिम नेताओं ने मांग की है कि डिप्टी सीएम मुस्लिम समुदाय से होना चाहिए।साथ ही 5 मुसलमान विधायकों को अच्छे पोर्टफोलियो के साथ मंत्री बनाने की मांग हुई है।वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शाफी सादी ने कहा कि 72 विधानसभाओं में कांग्रेस केवल मुसलमानों की वजह से जीती। हमने कांग्रेस को बहुत कुछ दिया है. अब समय आ गया है कि हमें बदले में कुछ मिले. हम मुस्लिम डिप्टी सीएम और 5 मंत्री चाहते हैं, जो गृह, राजस्व और स्वास्थ्य जैसे अच्छे पोर्टफोलियो के साथ हों।
कर्नाटक वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शफी सादी ने कहा कि हमने चुनाव से पहले ही कहा था कि किसी मुस्लिम को उपमुख्यमंत्री होना चाहिए और हमें 30 सीटें दी जानी चाहिए. हालांकि, हमें 15 सीटें मिलीं और 9 मुस्लिम उम्मीदवार जीते। करीब 72 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस मुसलमानों की वजह से जीती. एक समुदाय के तौर पर हमने कांग्रेस को बहुत कुछ दिया है. अब समय आ गया है कि बदले में हमें कुछ मिले।उन्होंने कहा- हम एक मुस्लिम उपमुख्यमंत्री और पांच मंत्री चाहते हैं जिनके पास गृह, राजस्व और शिक्षा जैसे अच्छे विभाग हों.
ऐसे में कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की जीत के साथ ही मुख्यमंत्री पद पर कौन बैठेगा इस पर अब अभी से ही कई तरह की बातें होने लगी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि यह कांग्रेस पार्टी उस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे और कांग्रेस पार्टी के दिल्ली के नेताओं जैसे राहुल गांधी सोनिया गांधी वगैरह मुस्लिम उपमुख्यमंत्री की मांग स्वीकार करते हैं या इसे नकार देते हैं। लेकिन जो भी हो मुस्लिम उप मुख्यमंत्री पद की मांग से कर्नाटक में मुख्यमंत्री के साथ ही उप मुख्यमंत्री के पद पर भी दावेदारों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है।