Bihar Politics: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि सम्राट चौधरी उपमुख्यमंत्री पद पर रहते हुए झूठा बयान दे रहे हैं और उन्हें ऐसे झूठ बोलने से पहले शर्म आनी चाहिए। तेजस्वी यादव ने सम्राट चौधरी को तथ्यों के आधार पर जवाब देते हुए कहा कि, “सम्राट चौधरी ने कल यह दावा किया था कि 1990 से 2004 तक राजद ने आरक्षण नहीं दिया, जबकि वह खुद हमारी पार्टी में थे और मंत्री भी बने थे। उन्हें यह समझना चाहिए कि लालू जी और राबड़ी जी की सरकार ने कितनी महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई थीं।”
तेजस्वी ने आगे कहा, “1978 में जननायक कर्पूरी ठाकुर ने अतिपिछड़ों को 12 प्रतिशत और पिछड़ों को 8 प्रतिशत आरक्षण दिया था। उस समय भाजपा ने कर्पूरी जी के खिलाफ कई नारे लगाए थे। जब 1990 में लालू जी की सरकार आई, तो उन्होंने अतिपिछड़ों के आरक्षण को 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत कर दिया। फिर, 2000 में राबड़ी देवी की सरकार ने इसे और बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर दिया।”
तेजस्वी ने यह भी बताया कि जब 2005 में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने, तो एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण की सीमा में कोई वृद्धि नहीं की गई। लेकिन, 17 महीने की महागठबंधन सरकार में हमने पिछड़ों और अतिपिछड़ों के आरक्षण को बढ़ाकर 65 प्रतिशत किया।
तेजस्वी ने यह भी कहा कि पंचायतों में अतिपिछड़ों के आरक्षण का प्रस्ताव राबड़ी सरकार ने रखा था, जिसे बाद में नीतीश कुमार ने लागू किया। साथ ही उन्होंने यह याद दिलाया कि मंडल कमीशन लागू कराने में लालू यादव का अहम योगदान था, जिसे सम्राट चौधरी जैसे लोग भूल रहे हैं।
आखिर में तेजस्वी ने सम्राट चौधरी पर कटाक्ष करते हुए कहा, “सम्राट जी, आप हमारी पार्टी के सदस्य रह चुके हैं, फिर भी आप अब झूठ बोल रहे हैं। यह सब आपकी संगत का असर है या फिर आपकी पार्टी का, वही जाने।”
तेजस्वी ने सम्राट चौधरी पर जमकर हमला करते हुए कहा कि इतिहास के बारे में जानकारी न होने की वजह से ये मंत्री इस तरह की बातें कर रहे हैं।