पटना: पूर्व सांसद आनंद मोहन के पुत्र और बिहार विधानसभा के विधायक चेतन आनंद को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बड़ा तोहफा दिया है। चेतन आनंद भले ही विधायक हों, लेकिन उन्हें मंत्री एन्क्लेव का आलिशान बंगला आवंटित किया गया है। इस बंगले में बुधवार को गृह प्रवेश के मौके पर आनंद मोहन का पूरा परिवार मौजूद था।
गौरतलब है कि आरजेडी का साथ छोड़ने के बाद, जब बिहार सरकार के विश्वास मत के दौरान तेजस्वी यादव ने अपनी योजना को लागू करने की कोशिश की थी, तब चेतन आनंद ने उनका साथ छोड़कर नीतीश कुमार की सरकार का समर्थन किया था। उनके इस कदम के कारण ही तेजस्वी यादव की योजना को विफल किया जा सका और नीतीश सरकार संकट से बाहर आई।
चेतन आनंद और उनके समर्थक मानते हैं कि नीतीश सरकार को बचाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, और अब उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें मंत्री का बंगला तो दे दिया है, और अब उनके समर्थक उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही उन्हें मंत्रिमंडल में स्थान मिल जाएगा। नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा लंबे समय से चल रही है, और विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इसे जल्द ही लागू किया जा सकता है।
आनंद मोहन बिहार के राजपूत समाज के एक प्रमुख नेता हैं, और उनकी अहमियत को देखते हुए ही उन्हें जेल से रिहा किया गया। लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने एनडीए के चुनाव प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आगामी विधानसभा चुनावों में उनकी भूमिका और भी अहम मानी जा रही है। विशेष रूप से, नीतीश कुमार की सरकार को विश्वास मत के दौरान बचाने में आनंद मोहन की बड़ी भूमिका थी। उन्होंने अपने बेटे विधायक चेतन आनंद को आगे करके तेजस्वी यादव की सरकार गिराने की योजना को नाकाम कर दिया था।