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सोफिया यूनानी मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर, चकिया (पूर्वी चंपारण) का वार्षिक प्रोग्राम आयोजित

चकिया (पूर्वी चंपारण):सोफिया यूनानी मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर, चकिया (पूर्वी चंपारण) की वार्षिक बैठक संपन्न हुई। इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथि उपस्थित हुए और कार्यक्रम को सफल बनाया।बैठक के मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ. महफुजुर रहमान (गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, पटना) थे। उनके साथ प्रो. वकार अहमद प्राचार्य जुल्फिकार हैदर यूनानी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, सीवान, प्रो. शमशाद अहमद प्राचार्य निज़ामिया यूनानी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, गया, डॉ. मोहम्मद खुर्शीद आलम अध्यक्ष, यूनानी चिकित्सक संघ, बिहार और डॉ. शफाअत करीम सचिव, एसोसिएशन ऑफ यूनानी मेडिसिन , बिहार उपस्थित थे।

कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज के प्राचार्य प्रो. मुहम्मद आसिफ हुसैन ने अतिथियों के गर्मजोशी से स्वागत के साथ की। उन्होंने सभी विशिष्ट अतिथियों को गुलदस्ता भेंट किया और उनके आगमन के लिए धन्यवाद दिया। इसके बाद उप प्राचार्य डॉ. मुहम्मद नूर आलम ने कॉलेज की प्रगति, उपलब्धियों और सेवाओं को प्रस्तुत करते हुए कॉलेज का प्रोफ़ाइल प्रस्तुत किया।
एसडीएम चकिया सुश्री शिवम शिवानी ने यूनानी चिकित्सा पद्धति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अपने अनुभव साझा किये । उन्होंने कहा कि जब वह चकिया और मेहसी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में गईं तो आयुष डॉक्टर ड्यूटी पर थे और मरीजों की सेवा कर रहे थे. उन्होंने कहा, “चिकित्सा हर किसी के जीवन का मामला है और इसमें गुणवत्ता बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। सोफिया कॉलेज की स्वच्छता, प्रबंधन और वातावरण सराहनीय है।”

मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ. महफूजुर रहमान ने यूनानी चिकित्सा के बढ़ते महत्व पर बात की और छात्रों को इस क्षेत्र में नई पहल करने के लिए प्रोत्साहित किया। जुल्फिकार हैदर और प्रोफेसर शमशाद अहमद ने भी इस संस्था की भूमिका की सराहना की और इलाज की यूनानी पद्धति को बढ़ावा देने पर जोर दिया.

कार्यक्रम में डॉ. खालिद इकबाल, डॉ. साजिद आलम, डॉ. इजहार हुसैन और डॉ. इरफान कॉलेज शिक्षकों ने भी भाग लिया।उनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई ।कार्यक्रम के संचालन का कार्य डॉ. मुहम्मद मसरूर हसन ने बखूबी निभाया। उनकी बेहतरीन मेजबानी और वक्ताओं के परिचय ने कार्यक्रम की खूबसूरती बढ़ा दी।

विद्यार्थियों एवं स्टाफ ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये, जो कार्यक्रम का विशेष हिस्सा रहे। इस मौके पर यूनानी उपचार पद्धति के महत्व, उसके प्रचार-प्रसार और समाज में उसकी भूमिका पर चर्चा की गयी.

यह बैठक छात्रों, शिक्षकों और डॉक्टरों के लिए बहुत प्रेरणादायक साबित हुई और यूनानी चिकित्सा के क्षेत्र में आगे के विकास के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई। कार्यक्रम की सफलता ने सोफिया यूनानी मेडिकल कॉलेज की प्रतिष्ठा को और बढ़ा दिया।

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