वंदे भारत ट्रेन, जिसे केंद्रीय सरकार ने बड़े धूमधाम और प्रचार के साथ लॉन्च किया था, सेमी हाई स्पीड ट्रेन के रूप में काफी उम्मीदों पर खरी उतरी है। हालांकि, हाल ही में मुंबई-गोवा रूट पर इसका रूट भटकने का एक घटना सामने आई, जिसने ट्रेन के संचालन में देरी कर दी। यह घटना सोमवार को हुई, जब ट्रेन लगभग 11 किलोमीटर तक गलत ट्रैक पर चलती रही। भारतीय रेलवे को जब इस समस्या की जानकारी मिली, तब तक काफी समय निकल चुका था। इसके बाद ट्रेन को वापस पिछले स्टेशन पर बुलाया गया और फिर सही ट्रैक पर भेजा गया। इस वजह से ट्रेन को गोवा पहुंचने में डेढ़ घंटे की देरी हुई।
क्या था कारण?
बताया जा रहा है कि यह घटना सिग्नल फेल होने के कारण हुई। मुंबई-गोवा वंदे भारत ट्रेन, जो पनवेल स्टेशन से गुज़रने वाली थी, को गलत रास्ते पर भेज दिया गया था। ट्रेन को सही रूट पर लौटने के लिए करीब 22 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ा, और दिवा स्टेशन तक ट्रेन को रिवर्स में चलाना पड़ा।
कैसे सुलझाई गई समस्या?
सेंट्रल रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, सीएसएमटी-मडगांव ट्रेन (22229) सुबह 5:25 बजे रवाना हुई थी, और ठाणे स्टेशन पार करने के बाद, सुबह 6:10 बजे दिवा जंक्शन पर सिग्नल फेल होने के कारण ट्रेन रुक गई। इसके बाद, वंदे भारत के पीछे दो मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें और एक सब-अर्बन ट्रेन भी फंस गईं। अधिकारी ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन को रिवर्स में चलाने की अनुमति दी गई थी, क्योंकि इसे बिना इंजन बदले रिवर्स मोड में चलाया जा सकता है, जबकि अन्य ट्रेनों में ऐसा करने के लिए इंजन को फिर से उलट कर आना पड़ता है। इसके बाद ट्रेन दिवा स्टेशन की ओर बढ़ी और सही रूट पर भेजी गई।
देरी क्यों कम हुई?
सेंट्रल रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि अन्य ट्रेनें लगभग 35 मिनट तक फंसी रही, लेकिन वंदे भारत ट्रेन को बिना इंजन बदले रिवर्स मोड में चलाने की सुविधा के कारण समय की काफी बचत हो पाई। बाद में ट्रेन सही रास्ते पर चल पाई और गोवा तक पहुँचने में डेढ़ घंटे की देरी हुई।
रेलवे के प्रवक्ता ने इस घटना के कारणों की जांच शुरू करने की जानकारी दी है।