सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिले के बेलसंड प्रखंड में बागमती नदी के जलस्तर में कमी के बावजूद बाढ़ का संकट गहराया हुआ है। प्रखंड के कई गांव जलमग्न हो गए हैं, जहां निचले इलाकों में बने घरों और सड़कों पर दो से चार फीट तक पानी जमा है। बाढ़ के कारण लोग अपने घर छोड़कर ऊंचे स्थानों और तटबंधों पर शरण लेने को मजबूर हैं।
पिछले दो दिनों से बारिश न होने के कारण कुछ राहत जरूर मिली है, लेकिन नदियों के जलस्तर में धीमी गति से हो रही कमी के चलते बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। डुमरा, मौलानगर और दरियापुर जैसे गांवों में हालात विशेष रूप से खराब हैं, जहां लोगों का जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है।
इस बीच, समाजसेवी मोहम्मद तबरेज और खालिद आवेदिन के नेतृत्व में बाढ़ प्रभावितों तक राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य जोर-शोर से जारी है। इन समाजसेवियों की ओर से जरूरतमंद लोगों को भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री वितरित की जा रही है। बेलसंड प्रखंड के डुमरा, मौलानगर और दरियापुर गांवों में राहत कार्यों का सिलसिला लगातार चल रहा है, जिससे प्रभावित लोगों को कुछ हद तक सहारा मिल रहा है।
स्थानीय प्रशासन भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य में जुटा है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि अभी और सहायता की जरूरत है। बाढ़ से प्रभावित लोग सरकार से त्वरित कार्रवाई और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं।