अचानक पूरी दुनिया में मौसम बदला और अचानक चारों ओर से छंटनी की आंधी शुरू हो गई।शुरुआत ट्विटर ने की, ट्विटर अपने आधे कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा चुका है। लेकिन मस्क के अफलातूनी कदम के बाद तो मानों छंटनी की बाढ़ आ गई। पहले मेटा ने करीब 10000 कर्मचारी निकालने की घोषणा की, उसके बाद अमेजन ने भी इतने ही कर्मचारी निकालने की घोषणा कर दी। अब गूगल भी अपने 10000 नाकारा कर्मचारियों को निकालने जा रही है।
ये तो बस शुरुआत है?
उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि वे पिछले सप्ताह में सिर्फ सुर्खियां हैं – और यह केवल शुरुआत है। तकनीक की दुनिया में कोरोना खत्म होने के बाद से कमाई तेजी से घट रही है। ऐसे में जब कंपनियां आने वाले वर्ष के लिए योजना बनाना शुरू कर रही हैं तो वे अपने वर्कफोर्स में भी कमी ला रही हैं। आर्थिक पूर्वानुमान गंभीर दिखने के साथ, टेक फर्मों ने इसकी शुरुआत भी कर दी है। कंपनियां वेतन लागत को कम करने के लिए अपने कार्यबल में कटौती के साथ शुरू कर रही हैं।
अगले कुछ हफ्तों में होगी ताबड़तोड़ छंटनी
विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले हफ्तों में हजारों तकनीकी कर्मचारी नौकरी से बाहर हो सकते हैं। गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियों के बाद छोटी टेक कंपनियां भी अपने कारोबार को सिमटता देख अपने कर्मचारियों की संख्या को और कम करने पर काम कर रही हैं। ऐसे में नवंबर दिसंबर में छंटनी की यह महामारी वैश्विक रूप अख्तियार कर सकती है।
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