दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक चल रही है, जिसका आज दूसरा और आखिरी दिन है। बता दें कि मंगलवार यानी आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा होगी, साथ ही चुनाव प्रमुख अपने-अपने राज्यों की रिपोर्ट पेश करेंगे। साथ ही इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के साथ होगा। अपने संबोधन में पीएम मोदी बीजेपी कार्यकर्ताओं को ‘विजय मंत्र’ देंगे। बीजेपी की नजर सिर्फ 2024 ले लोकसभा चुनावों पर ही नहीं, बल्कि इस साल नौ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी है और इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी इन चुनावी राज्यों के कार्यकर्ताओं को खास संदेश दे सकते हैं।
इस साल नौ राज्यों में होने वाले है चुनाव
बता दें कि सोमवार को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि 2023 में नौ राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, इसलिए अभी से चुनाव की तैयारी कर लें, हमें सभी राज्यों में जीत हासिल करनी है। इसके साथ ही सोमवार को एक राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया। इस बात पर भी चर्चा हुई कि दुनिया में भारत की छवि बेहतर हुई है। सोमवार को हुई बैठक में भाजपा और पीएम के खिलाफ प्रचार करने के लिए विपक्ष की आलोचना भी की गई।
तैयार हो जाएं सभी नेता- जेपी नड्डा
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने साल 2023 को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्यों से एक साथ तैयारी करने और एक भी चुनाव न हारने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जहां पार्टी की सरकार है उसे मजबूत करना चाहिए और जहां सरकार नहीं है वहां सभी को मजबूत करने का काम करना चाहिए। इसके साथ ही नड्डा ने हाल ही में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की अभूतपूर्व जीत का जिक्र किया और सभी से इससे सीख लेने को कहा। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश को लेकर उन्होंने कहा कि वहां रीति-रिवाज नहीं बदले जा सकते लेकिन वह एक प्रतिशत से भी कम मतों से हारे हैं। बीजेपी और कांग्रेस के बीच करीब 37 हजार वोटों का अंतर था।
आपको बता दे कि इस साल 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं उनमें त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय, कर्नाटक, मिजोरम, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना शामिल हैं। इसके अलावा यह भी संभव है कि साल के अंत तक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव भी हो सकते हैं। यानी इस साल कुल मिलाकर 10 राज्यों में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।