मौलवी बाक़ीर पहले ऐसे निर्भीक पत्रकार थे जिन्होंने हथियारों के दम पर नहीं कलम के बल पर आज़ादी की लड़ाई लड़ी और खूब लड़ी
खींचो न कमानों को,न तलवार निकालो जब तोप मुकाबिल हो,तो अखबार निकालो 1857 की क्रांति की बुनियाद सिपाहियों ने ही डाली थी. वे क्रांति...

