आधुनिकता के इस दौर में और व्यस्तता के इस दौर में पति-पत्नी के संबंधों का सुचारू और प्यार मोहब्बत के साथ रहना भी किसी चैलेंज से कम नहीं है। प्रतिदिन खबरों में देखने को मिलता है कि पति पत्नी के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर बड़े-बड़े विवाद खड़े हो जाते हैं जिसमें कई बार पति पत्नी मैं अलगाव की स्थिति पैदा हो जाती है। कई अवसर पर तो मारपीट की नौबत आ जाती है जो केस मुकदमे तक पहुंच जाते हैं। कभी-कभी पति पत्नी के बीच का झगड़ा जानलेवा भी बन जाता है जिसमें एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में एक दूसरे का खून बहाना भी आसान लगने लगता है। हालांकि यह कहीं से भी उचित नहीं ठहराया जा सकता जरूरत इस बात की होती चाहिए कि पति पत्नी प्यार मोहब्बत प्रेम और सौहार्द से जिंदगी व्यतीत करें उसके लिए जरूरी है कि पति पत्नी के बीच झगड़े लड़ाई के कारणों का विश्लेषण किया जाए। इस लेख में पति पत्नी के बीच होने वाले झगड़े के लिए कुछ कारणों पर संक्षेप में बात की गई है। वह बातें निम्न है।
आपसी सामंजस्य न होना।
आज के दौर में आपसी सामंजस्य बैठाना काफी मुश्किल काम है। छुट्टी छुट्टी गलतियों से एक दूसरे के दरमियान सामंजस्य की कमी हो जाती है जिसकी वजह से भी पति पत्नी के दरमियान उठापटक और लड़ाई झगड़े होते रहते हैं। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि छोटी-छोटी बातों से एक दूसरे को तकलीफ ना दे ताकि आपसे मोहब्बत खत्म हो।
दोनों का आर्थिक स्वतंत्र होना
पति पत्नी के बीच आपसी रंजिश का एक कारण यह भी है कि पति और पत्नी आर्थिक रूप से स्वतंत्र होते हैं जिसकी वजह से एक दूसरे का ख्याल नहीं रखते बस अपना ख्याल रखते हैं। ऐसी स्थिति में पति पत्नी को छोटी-छोटी बातें भूल कर एक दूसरे का का सहयोग करना चाहिए ताकि मियां बीवी के दरमियान यह न लगे कि आर्थिक स्थिति की वजह से एक दूसरे से झगड़ा लड़ाई होता है।
असंतुष्टि का त्याग
कई अवसरों पर देखा गया है कि पति पत्नी के बीच असंतुष्टि की भावना पैदा होने से उनके बीच लड़ाई झगड़े उठापटक होते हैं। ऐसी स्थिति में छोटी-छोटी बातों पर ना तो असंतोष गाइड करना चाहिए और ना ही इसके लिए लड़ाई झगड़ा करना चाहिए। हो सकता है कि पति पत्नी के बीच इसी बात को लेकर कुछ और संतुष्टि हो सकती है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि पति पत्नी इसके लिए लड़ाई झगड़ा करें और एक दूसरे का ख्याल ना रखें।
विश्वास की कमी
रिश्ता चाहे जो भी हो लेकिन अगर रिश्ते में विश्वास नहीं होता है तो वह रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाता है ऐसी स्थिति में पति-पत्नी को कोशिश करनी चाहिए कि एक दूसरे पर विश्वास करें ना कि लड़ाई झगड़ा। कई अवसर पर हो सकता है कि विश्वास की कमी दिखाई दे लेकिन के लिए जरूरी है कि उस खाई को पाटकर आगे बढ़ा जाए और पति पत्नी के बीच रिश्ते मजबूत हो ताकि लड़ाई झगड़े की गुंजाइश न पैदा हो।
वसुधैव कुटुंबकम की भावना का समाप्त होना
वसुधैव कुटुंबकम की भावना का समाप्त होना भी पति पत्नी के बीच लड़ाई झगड़े का कारण बनता है। रिश्तेदार चाहे पति का हो या पत्नी का दोनों स्थिति में रिश्तेदारों को सम्मान देकर पति पत्नी एक दूसरे का दिल जीत सकते हैं। अगर ऐसा नहीं होता है तो कभी पति के दिल में तो कभी पत्नियों के दिल में नफरत पैदा होती है और यह आगे चलकर पति पत्नी के बीच लड़ाई झगड़े का कारण बनते हैं।
मोबाईल का अत्याधिक प्रयोग
पति पत्नी के दरमियान वाद विवाद छोटे-मोटे झगड़े लड़ाई और वैमनस्यता का इतिहास पुराना है और इसके कारण भी कोई नया नहीं है लेकिन मौजूदा वक्त में मोबाइल पति पत्नी के दरमियान झगड़े लड़ाई और वाद-विवाद के एक बहुत बड़े कारक के रूप में सामने आया है। मोबाइल के इस दौर में पति पत्नी अपना दुख सुख भी बांटने में समय की किल्लत का सामना करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि पति पत्नी का अधिकतर समय इस जमाने में मोबाइल पर गुजरता है और वह एक दूसरे से बात कम करते हैं। ऐसी स्थिति में ना कोई पति अपने पत्नी की बात सुनता है और ना ही पत्नी अपने पतियों की। जिसका नतीजा होता है कि पति-पत्नी के दरमियान धागे लड़ाई शुरू हो जाते हैं।
बॉयफ्रेंड गर्लफ्रैंड और शादी से पहले रिलेशनशिप में रहना
इस वक्त पति और पत्नी के दरमियान झगड़े लड़ाई का एक मुख्य कारण पति और पत्नी के बॉय फ्रेंड और गर्लफ्रेंड का होना भी है। आधुनिकता के इस दौर में ज्यादातर मर्द और औरत अपनी जवानी के दिनों में ब्वॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड रखते हैं जो शादी के बाद उनके लिए मुसीबत बन जाती है। कभी पति अपनी पत्नी के बॉयफ्रेंड की वजह से पत्नी से लड़ाई झगड़ा करता है तो कभी पत्नी अपने पति की गर्लफ्रेंड की वजह से पति से लड़ाई झगड़ा करती है।
निष्कर्ष
निष्कर्ष यह निकलता है कि पति पत्नी के बीच लड़ाई झगड़े के कई कारक हैं जिनकी वजह से पति पत्नी आपस में लड़ाई झगड़े करते हैं। ऐसे में दर्ज किए गए कारणों पर ध्यान देते हुए कोशिश की जाएगी पति पत्नी आपकी प्यार के साथ जीवन व्यतीत करें ताकि आने वाली नस्ल का भविष्य उज्जवल हो सके।