पटना : भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर लोकसभा चुनाव के लिए राज्य के सभी 40 संसदीय क्षेत्र में बूथों के पुनर्गठन का काम मंगलवार से शुरू हुआ। इसके साथ ही राज्य के सभी बूथों के युक्तिकरण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों में 1500 मतदाताओं पर एक बूथ का गठन सुनिश्चित है। राज्य में फिलहाल 77 हजार 221 बूथ हैं। बीएलओ द्वारा बूथों के युक्तिकरण के दौरान सबसे पहले पूर्व के बूथों का शतप्रतिशत सत्यापन अनिवार्य रूप से किया जाएगा। बीएलओ को मतदान केंद्र से संबंधित फोटोग्राफ अक्षांश-देशांतर के साथ एप पर अपलोड करना है। साथ यह बताना है कि बूथ आयोग के मानकों के अनुरूप है या नहीं। इससे पहले राज्य के मतदाताओं का घर-घर जाकर बीएलओ (बूथ लेवल आफिसर) ने सत्यापन का काम 21 अगस्त को पूरा कर लिया। राज्य में कुल सात करोड़ 58 लाख मतदाता हैं।
बता दें कि आयोग की ओर से सभी मतदाताओं की वास्तविक जानकारी के लिए राज्य में 21 जुलाई से सत्यापन का काम शुरू हुआ था। लोकसभा चुनाव के पहले मतदाता सूची और बूथों के पुनर्गठन को लेकर विस्तृत कार्यक्रम जारी किया गया है। मतदाताओं के सत्यापन के दौरान बीएलओ द्वारा जिनका पंजीकरण नहीं किया गया है, उनकी सूचना प्राप्त करना है। भावी मतदाताओं की पहचान और नामों के दोहरेपन की सूची, मृत मतदाताओं की सूची और स्थायी रूप से स्थानांतरित मतदाताओं की सूची तैयार की जानी है।