नई दिल्ली;अपने लोकगीत के माध्यम से लाखों दिलों पर राज करने वाली लोक गायिका नेहा सिंह राठौड़ ने हॉस्टल कांड के शीर्षक से एक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर किया है। यह हॉस्टल कांड वाला पोस्ट अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आईए जानते हैं कि आखिर लोक गायिका नेहा सिंह राठौड़ ने हॉस्टल कांड के माध्यम से क्या बताने की कोशिश की है और किस पर निशाना साधा है।
लुगाई का नेहा सिंह राठौड़ ने लिखा कि अब जब सभी को मेरे हॉस्टल कांड की भनक लग ही चुकी है तो आप भी इसे पूरा जान लीजिए.दोस्तों, ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई घर से पूरी करने के बाद मैं अपने पोस्ट-ग्रेजुएशन के लिए हॉस्टल जाने ही वाली थी कि उसी दौरान तिवारी जी का “बबुनी के लागल बा शहर के हवा अउरी पढ़ावा” गाना मशहूर हो गया.मेरी माताजी डर गयीं और पैसों की कमी का बहाना बनाकर मुझे हॉस्टल नहीं जाने दिया.ग़ुस्से में मैंने इस महिला-शिक्षा-विरोधी गीत के गायक के पोस्टर पर भरी-दोपहरी कालिख पोत दी.
अगले साल जब मैंने दोबारा हॉस्टल जाकर पोस्ट ग्रेजुएशन करने की बात कही तो माताजी ने कहा कि बचिया धीरज धरो, 15 लाख खाते में आने ही वाले हैं, जब आयेंगे तब चली जाना हॉस्टल.पर रुपये नहीं आये.तब इस 15 लाख वाले झूठ के लिये ज़िम्मेदार दढ़ियल बाबा के पोस्टर को मैंने भरी दोपहरी चप्पलों से तब तक पीटा जब तक मेरी चप्पल टूट नहीं गई.
तीसरे साल जब मैंने आगे की पढ़ाई लिए भाई से जिद की तो उसने बताया कि वो फ़ौजी बनने जा रहा है. अब पोस्ट ग्रेजुएशन तो क्या पीएचडी भी करवा देगा.पर दोस्तों, वो फ़ौजी बनते-बनते अग्निवीर बन कर रह गया और उसने बताया कि उसकी नौकरी PHD से भी छोटी है.ये सुनते ही मैं चप्पल उठाकर दीवार की ओर फिर से बढ़ ही रही थी कि तभी बाबूजी आ गये और बोले, “धान रोप देले बानी बचिया…मोदीजी ने कहा है आमदनी दुगुनी होने ही वाली है, फिर चली जाना हॉस्टल!”मैं फिर से रुक गई. पर गाइज़, उस साल धान की फसल साँड़ चर गये.
अंत में थक-हारकर मैंने अपने व्यापारी मामाजी से फ़ोन पर कहा कि वो मुझे आगे की पढ़ाई के लिए हॉस्टल भेज दें, पर उन्होंने रुआंसे होकर बताया कि दो गुजराती गुंडों ने उनको इलेक्टोरल बॉण्ड ख़रीदकर पार्टी फण्ड में जमा कराने को कहा है. वो मेरी मदद नहीं कर पायेंगे.उस दिन मैंने गाँव की चट्टी पर चिल्ला-चिल्लाकर गाँव-जवार को इकट्ठा कर लिया और सबके साथ मिलकर नारा लगाया कि -चौकीदार ही चोर है.उसी दिन से ये घटना मेरे गाँव-जवार में नेहा हॉस्टल कांड के नाम से मशहूर हो गई.