Patna:बिहार में इन दिनों सत्ताधारी दल और विपक्षी नेता तेजस्वी यादव के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। तेजस्वी यादव लगातार नीतीश सरकार पर नाकामियों का आरोप लगा रहे हैं और यह भी बताते हैं कि उन्होंने 17 महीने में बिहार के विकास के लिए क्या किया। इस पर सत्ताधारी दल की ओर से पलटवार किया जा रहा है। इसी कड़ी में जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी यादव के खेल करियर पर आंकड़ों का हवाला देकर निशाना साधा।
नीरज कुमार ने कहा कि 2005 के पहले बिहार में खेल की स्थिति बहुत खराब थी, लेकिन आज बिहार में अंतरराष्ट्रीय स्तर का महिला हॉकी टूर्नामेंट हो रहा है, जो नीतीश कुमार की सोच का परिणाम है। इसके अलावा, पटना मैराथन का आयोजन हुआ जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी साइना नेहवाल भी शामिल हुईं, जिसकी चर्चा देश-विदेश में हो रही है।
नीरज कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि राजद के शासनकाल में बिहार में लोग आने से डरते थे और तेजस्वी यादव कई घोटालों के बाद क्रिकेट खेलने के लिए झारखंड चले गए थे। उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने पूरे करियर में केवल 7 मैच खेले, जबकि वह खुद को महान खिलाड़ी बताते हैं। तेजस्वी यादव का यह दावा भी उन्होंने खारिज किया कि उन्होंने विराट कोहली के साथ क्रिकेट खेला है, और यह भी कहा कि हर कोई जानता है कि विराट कोहली कहां हैं और तेजस्वी यादव कहां हैं।
नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव के खेल करियर का रिकॉर्ड भी जारी किया, जिसमें यह बताया गया कि उन्होंने 7 मैचों में 37 रन और 1 विकेट लिया। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि नीतीश कुमार के शासनकाल में बिहार में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है, जबकि लालू यादव के शासनकाल में ऐसा कोई प्रयास नहीं किया गया था। नीतीश कुमार के नेतृत्व में खेल विश्वविद्यालय का इंफ्रास्ट्रक्चर अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार विकसित किया जा रहा है, और बिहार में खेल के क्षेत्र में देश की दूसरी सबसे बड़ी लाइब्रेरी स्थापित की जा रही है।
वहीं, जेडीयू के आरोपों पर आरजेडी के प्रवक्ता ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जेडीयू के लोग तेजस्वी यादव के खिलाफ कुंठा से ग्रस्त हैं, यही कारण है कि वे इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव ने क्रिकेट में नाम कमाया है और अब क्रिकेट छोड़कर बिहार की जनता की सेवा के लिए राजनीति में आए हैं। उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, जिससे सत्ताधारी दल के लोग घबराए हुए हैं और इस तरह के आरोप लगा रहे हैं।

