गया : शहर की डिप्टी मेयर ङ्क्षचता देवी फिर तराजू लेकर बैठ गई हैं। वे सब्जी बेच रही हैं। डिप्टी मेयर चुने जाने से पहले भी ये सब्जी बेचती थीं, पर जब जनता ने यह दायित्व सौंपा तो यह सब छोड़ दिया था। अब जीवनयापन के लिए पुन: पुराने स्वरूप में हैं।
ये पहले गया नगर निगम में ही सफाईकर्मी थीं। सेवानिवृत्ति के बाद दो-तीन वर्षों तक सब्जी बेचकर परिवार का भरण-पोषण करती रहीं। गत वर्ष नगर निकाय चुनाव में शहर की डिप्टी मेयर सीट अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित की गई तो समाज ने इन्हें चुनाव में उतार दिया। वे जिस नगर निगम में सफाईकर्मी के रूप में सेवा देती रहीं, वहीं डिप्टी मेयर के रूप में जीत भी गईं। यह अनुसूचित जाति की उस महिला की एक बहुत बड़ी छलांग थी, जो आर्थिक रूप से भी बिल्कुल हाशिए पर हो। कुछ माह तो गुजर गए, पर अब उनके लिए समस्याएं शुरू हो गईं। वे बताती हैं कि घर-परिवार बड़ा है, पेंशन के तौर पर 20 हजार रुपये मिलते हैं, इतने में खर्च पूरा नहीं होता। पहले सब्जी बेचती थी, सो पुन: वही काम शुरू कर दिया है। केदारनाथ मार्केट में सब्जी, तराजू लेकर बैठ गई हैं। गत वर्ष बेटी का विवाह किया तो सब्जी विक्रेताओं से ही पांच-पांच सौ रुपये की सहायता मिली थी। दो बेटियों का विवाह और करना है। वे कहती हैं कि सरकारी स्तर पर उन्हें कोई भी सुविधा नहीं मिली है। पद की बात करें तो बैठक तक की जानकारी नहीं होती है। किसी भी फाइल पर उनका हस्ताक्षर नहीं कराया जाता है। पदाधिकारी भी बात नहीं करते हैं, कार्यालय में अनदेखी की जाती है। मानसिक रूप से परेशान हो गई हूं। पहले निगम में ही झाड़ू लगाती थी, शहर की जनता ने डिप्टी मेयर की कुर्सी पर बिठाया, लेकिन कार्यालय में व्यवहार ऐसा कि अगस्त से यात्रा भत्ता तक का पैसा नहीं मिला है। डिप्टी मेयर को प्रतिमाह इसी भत्ते के रूप में दस हजार रुपये दिए जाते हैं।
इस सिलसिले में गया के मेयर वीरेंद्र कुमार का कहना है कि जनप्रतिनिधियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। डिप्टी मेयर को पांच माह से यात्रा भत्ता नहीं मिला है, जबकि प्रत्येक माह दस हजार रुपये यात्रा भत्ता का प्रविधान है। क्षेत्र भ्रमण कैसे करें। परिवार चलाने के लिए भी कुछ तो करना ही पड़ेगा।
नगर आयुक्त कुमार अनुराग का कहना है कि पांच माह पहले डिप्टी मेयर को यात्रा भत्ता का भुगतान किया गया था। विभाग द्वारा राशि नहीं आने से डिप्टी मेयर व अन्य पार्षदों का यात्रा भत्ता बकाया है। राशि आते ही भुगतान कर दिया जाएगा।

