पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं पीटी परीक्षा को लेकर छात्रों के विरोध और प्रदर्शन के बीच पटना पुलिस ने सख्त रुख अपना लिया है। इसी सिलसिले में कोचिंग संचालक गुरु रहमान को पुलिस ने पूछताछ के लिए तलब किया। गर्दनीबाग थाने की पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी कर सबूतों के साथ थाने में उपस्थित होने का निर्देश दिया। इसके बाद गुरु रहमान थाने पहुंचे और पुलिस के सवालों का जवाब दिया। पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
पुलिस अन्य कोचिंग संचालकों से भी लगातार पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही, गर्दनीबाग धरना स्थल पर 3 जनवरी तक किसी भी अभ्यर्थी के एकत्रित होने पर पाबंदी लगा दी गई है।
परीक्षा रद्द करने की मांग
13 दिसंबर को आयोजित BPSC 70वीं पीटी परीक्षा के बाद से छात्रों द्वारा परीक्षा रद्द करने की मांग जोर पकड़ रही है। इस मांग को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर, और सांसद पप्पू यादव जैसे नेताओं का समर्थन मिल रहा है। मशहूर कोचिंग संचालक खान सर और गुरु रहमान ने भी छात्रों के पक्ष में आवाज उठाई है।
आयोग का रुख
हालांकि, बिहार लोक सेवा आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षा किसी भी स्थिति में रद्द नहीं होगी। आयोग के अनुसार, परीक्षा में पेपर लीक होने के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं।
पुलिस का आरोप
पटना पुलिस का कहना है कि कुछ कोचिंग संचालक छात्रों को उकसाकर कानून का उल्लंघन करने के लिए भड़का रहे हैं। पुलिस ने कहा कि इन संचालकों के पास पेपर लीक के कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं। इसी कारण कोचिंग संचालकों को सबूतों के साथ उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
प्रदर्शन पर रोक और आगे की स्थिति
गर्दनीबाग के धरना स्थल पर छात्रों के प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने कड़े कदम उठाए हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस की सख्ती से छात्रों और कोचिंग संचालकों के रुख में कोई बदलाव आता है या नहीं।

