BR Ambedkar :संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर पर कथित अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 24 दिसंबर को देशव्यापी आंदोलन का आह्वान किया है। वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 23 दिसंबर को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की घोषणा की है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर डॉ. अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया है।
ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक कड़े बयान में कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर और संविधान मसौदा समिति के अन्य सदस्यों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की है। उन्होंने इसे अस्वीकार्य बताते हुए भाजपा पर जातिवाद और दलित विरोधी एजेंडा अपनाने का आरोप लगाया।
बनर्जी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “हमारे संविधान निर्माता बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान असहनीय है। इस जातिवादी भाजपा सरकार ने बार-बार हमारे लोकतंत्र पर हमला किया है।” उन्होंने भाजपा की हरकतों को दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक बताते हुए इसे संविधान की मूल आत्मा पर हमला करार दिया। उन्होंने पूरे पश्चिम बंगाल के लोगों से 23 दिसंबर को आयोजित विरोध रैलियों में शामिल होने की अपील की। ये रैलियां दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक राज्य के हर ब्लॉक, नगर पालिका, और कोलकाता के हर वार्ड में आयोजित की जाएंगी।
बसपा प्रमुख मायावती ने भी केंद्रीय गृह मंत्री के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि संसद में अमित शाह के बयान ने देशभर के दलित, वंचित और उपेक्षित वर्गों को आहत और आक्रोशित किया है। उन्होंने घोषणा की कि बसपा 24 दिसंबर को देशव्यापी आंदोलन करेगी।
मायावती ने अपने पोस्ट में लिखा, “बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर, जिन्होंने देश के दलित, वंचित और उपेक्षितों के आत्मसम्मान और मानवीय अधिकारों के लिए एक मानवतावादी और कल्याणकारी संविधान रचा, परमपूजनीय हैं। उनके सम्मान के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।”
यह घटनाक्रम भारतीय राजनीति में डॉ. अंबेडकर की विरासत और भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों के विरोध को और तेज कर सकता है।

