आम आदमी पार्टी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष सुशील सिंह के आह्वान पर पूरे बिहार में विरोध प्रदर्शन किया गया,पटना के कार्यकर्ताओं ने कारगिल चौक,गांधी मैदान में सड़क पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया,राष्ट्रपति के नाम जिला पदाधिकारी पटना के माध्यम से ज्ञापन सौपा।
पटना:देश में किसानों की आवाज , विपक्ष की आवाज को अनसुनी करके पूंजीपतियों के दवाब में केंद्र सरकार ने लोकसभा और राजयसभा में तीन किसान विरोधी बिल पास किया है । खासकर राज्यसभा में भाजपा के पास बहुमत नहीं होने के बावजूद असंवैधानिक तरीके से किसान विरोधी बिल पास किया गया, जिसको लेकर पूरे देश के किसानों में गुस्सा है । आम आदमी पार्टी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष सुशील सिंह के आह्वान पर पूरे बिहार में विरोध प्रदर्शन किया गया है। वही पटना के कार्यकर्ताओं ने कारगिल चौक, गांधी मैदान में सड़क पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। और महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम जिला पदाधिकारी पटना के माध्यम से ज्ञापन सौपा।प्रदेश सचिव श्रीवत्स पुरुषोत्तम ने कहा कि केंद्र सरकार ने असंवैधानिक तरीके से राज्यसभा में किसान विरोधी बिल पारित करवाया है। पार्टी नेता राजेश सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार के किसान विरोधी बिल में किसानों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की कोई गारंटी नहीं। वही पार्टी के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ पंकज ने बताया कि केंद्र सरकार के किसान विरोधी बिल से उद्योगपतियों को फायदा होगा, किसानों को नहीं।
आप प्रवक्ता बबलू प्रकाश ने केंद्र सरकार से किसान विरोधी कृषि बिल वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी, किसानों के साथ खड़ी हैं , उनके लिए आज हम पूरे देश में विरोध दिवस मना रहे हैं । उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा कल 25 सितम्बर के भारत बंद को आम आदमी पार्टी पूरा समर्थन देती है ।
मौके पर प्रदेश सचिव श्रीवत्स पुरुषोत्तम, प्रदेश प्रवक्ता बबलू प्रकाश, चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ पंकज गुप्ता, आप वरिष्ठ नेता राजेश सिन्हा, कुम्हरार विधानसभा अध्यक्ष सुयश कुमार ज्योति, संजय कुमार,शैल देवी, अंजलि पोद्दार, सतीश कुमार, रवि कुमार, कृष्ण मुरारी गुप्ता, अमित मेहता, सन्नी कुमार, रवि शंकर सिंह, राजकुमार ठाकुर, कृष्णा प्रसाद, बिहारी प्रसाद, मंटू सिंह, राहुल कुमार, विक्की कुमार, अमित मेहता सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे। इसकी जानकारी पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी वी.राज बाबुल ने दी।