कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए केंद्र सरकार की नयी ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें बेरोजगार युवाओं की आवाज सुननी चाहिए और उनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ नहीं लेनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ”न कोई रैंक, न कोई पेंशन, न 2 साल से कोई सीधी भर्ती, न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, न सरकार का सेना के प्रति सम्मान। देश के बेरोज़गार युवाओं की आवाज़ सुनिए, इन्हें ‘अग्निपथ’ पर चला कर इनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी।”
न कोई रैंक, न कोई पेंशन
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न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य
Advertisementन सरकार का सेना के प्रति सम्मान
देश के बेरोज़गार युवाओं की आवाज़ सुनिए, इन्हे 'अग्निपथ' पर चला कर इनके संयम की 'अग्निपरीक्षा' मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी।
Advertisement— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 16, 2022
उल्लेखनीय है कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी। योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा। अग्निपथ योजना का बिहार और राजस्थान में विरोध सेना में बहाली के लिए केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई नई अग्निपथ योजना का बिहार और राजस्थान में व्यापक विरोध शुरू हो गया है। राजनीतिक दलों के साथ-साथ बड़ी संख्या में युवा भी इस योजना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। बिहार के कई शहरों में कल भी जमकर बवाल काटा गया था और आज भी बड़ी संख्या में छात्र सड़कों पर उतरकर इसका विरोध कर रहे हैं। जहानाबाद, मुंगेर, नवादा, आरा समेत कई जगहों पर युवाओं ने टायर जलाकर विरोध जताया। कई जगह हाईवे जाम करने की खबर है।