PATNA : वैशाली सड़क हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM MODI) और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(NITISH KUMAR) ने गहरी शोक संवेदना जताई है। वैशाली के महनार–हाजीपुर रोड पर देसरी के पास सड़क हादसा हुआ था। बीती रात हुए इस दर्दनाक सड़क हादसे में कुल 8 लोगों की मौत हो गई थी। एक बेकाबू ट्रक ने 15 लोगों को रौंद दिया था। इस घटना के बाद हड़कंप मच गया था। सड़क दुर्घटना में घायल 4 लोगों का इलाज अभी भी पटना के पीएमसीएच(PMCH) में चल रहा है। मरने वालों में 6 बच्चियां शामिल हैं।वैशाली में यह सड़क हादसा रात तकरीबन 8:30 बजे हुआ। एक तेज रफ्तार ट्रक ने 15 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। भीड़ को रोते हुए बेकाबू ट्रक पीपल के एक पेड़ से जा टकराई इस हादसे में 6 बच्चियों के अलावा दो वयस्कों की भी घटनास्थल पर मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल 4 लोगों को पहले अनुमंडल अस्पताल में ले जाया गया लेकिन बाद में उन्हें पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर जुट गए बताया जा रहा है कि यह सभी लोग भुइयां बाबा की पूजा करने से पहले न्योता कार्यक्रम के लिए पीपल के पेड़ के पास खड़े थे।
The accident in Vaishali, Bihar is saddening. Condolences to the bereaved families. May the injured recover soon. An ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF would be given to the next of kin of each deceased. The injured would be given Rs. 50,000: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) November 20, 2022
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इस सड़क हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी शोक संवेदना जताई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि वैशाली में हुए हादसे पर वह अपनी संवेदना जताते हैं, साथ ही साथ हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को दो–दो लाख रूपए प्रधानमंत्री राहत कोष से देने की भी घोषणा पीएम मोदी ने की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(NITISH KUMAR) ने भी हादसे के मृतकों को लेकर अपनी संवेदना जताई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस घटना से काफी मर्माहत हैं। राज्य सरकार की तरफ से मृतकों के परिजनों को 4–4 लाख मुआवजा दिए जाने का भी ऐलान मुख्यमंत्री ने किया है।
हादसा रविवार रात करीब 9 बजे सुल्तानपुर गांव के पास हुआ। मरने वालों में सभी की उम्र 20 साल से कम है। हादसे के बाद गैस कटर से ट्रक को काटकर मृतकों को निकाला गया। ज्यादातर बच्चे ट्रक और पेड़ के बीच में फंसे थे। ग्रामीण मनोज राय ने बताया कि घटना स्थल पर सड़क किनारे ही देवस्थल है। 50-60 साल से वहां पूजा हो रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि हादसे के वक्त यहां 60 से ज्यादा लोग मौजूद थे।
चश्मदीद- मेरी आंखों के सामने पोती की मौत हो गई
इस घटना के चश्मदीद अनुज कुमार राय बताते हैं कि नेवतन की पूजा लगभग पूरी हो चुकी थी। सब अपने-अपने घर लौटने वाले थे कि तभी हाजीपुर से महनार की तरफ जा रहा अनियंत्रित ट्रक लोगों को कुचलता चला गया। इसके बाद वो पीपल के पेड़ में टकरा गया। अनुज के मुताबिक, अगर ट्रक पेड़ में नहीं टकराता तो कम से कम 50 से ज्यादा लोगों की मौत होती।हादसे में 8 साल की अनुष्का की भी मौत हो गई। अनुष्का के दादा राजकुमार ने बताया कि बाबा भुइयां की पूजा से पहले नेवतन का कार्यक्रम चल रहा था। सड़क के किनारे ही पीपल के पेड़ के पास गांव के लोग डाली लेकर खड़े थे। इसमें बच्चे, बुजुर्ग, महिला सभी शामिल थीं। 5.30 बजे पूजा शुरू हुई। 9 बजे लगभग ये समाप्त होने वाली थी। तभी ट्रक आया और यहां खड़े लोगों को कुचल दिया। मेरी आंखों के सामने पोती की मौत हो गई।
मरने वालों में सभी की उम्र 20 से कम
मरने वालों की उम्र 8 से 20 साल के बीच है। मृतकों में वर्षा कुमारी (8), सुरुचि (12), अनुष्का (8), शिवानी (8) , खुशी (10), चन्दन (20), कोमल (10) और सतीश (17) शामिल हैं।