पटना:जेडीयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की प्रदेश महासचिव शफक़ बानो ने प्रेस को जारी अपने बयान में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने 18 सालों के सेवाकाल के दौरान सूबे की तस्वीर और आवाम की तक़दीर को बदलने का काम किया है। उनकी हुकूमत के दौरान समाज का हर तबका अपनी खुशहाली की नई इबारत लिखता रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रत्नेश सदा को मंत्री परिषद में जगह दी, यह दलित समाज के लिए बहुत गौरव की बात है। हाशिए पर धकेले हुए लोगों और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े इंसानों की फिक्र करना और उनकी बेहतरी के लिए लगातार काम करते रहना नीतीश जी की सियासत का अहम हिस्सा रहा है।
शफक बानो ने कहा कि आज केंद्र सरकार जहाँ इतिहास को बदलने पर आमादा है, वहीं नीतीश कुमार मुल्क की साझी संस्कृति और विरासत को सहेजने और सँवारने का काम कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने इतिहास पुरुष दशरथ मांझी को उनके जीवनकाल में मान सम्मान देने का काम किया था। आज माउंटेन मैन के सुपुत्र भागीरथ मांझी और उनके दामाद मिथुन मांझी ने जदयू की मेम्बरशिप लेकर नीतीश कुमार के प्रति अपने समाज की गहरी आस्था प्रदर्शित की है।
जेडीयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की प्रदेश महासचिव ने कहा कि अकलियत समाज चाहे वह मुस्लिम हो, ईसाई हो, सिक्ख हो, जैन हो, बौद्ध हो, पारसी हो, नीतीश जी के संकल्पों और सरकार की योजनाओं से हर तरह तरक़्क़ीयाफ्ता है और खुद को महफूज़ और मजबूत महसूस करता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जात की नहीं, बल्कि जमात की सियासत में यकीन रखते हैं। समाज के सभी वर्गों के वाज़िब हक-हुक़ूक़ की बात हो, या फिर उन्हें उचित प्रतिनिधित्व देने की बात, नीतीश कुमार बहुत ही पारदर्शी और निष्पक्षता के साथ उस पर अमल करते रहे हैं।