नई दिल्ली। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी. राजा ने लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी सहयोगियों के साथ घोषणापत्र जारी किया। घोषणापत्र में पार्टी ने वादा किया कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) का लक्ष्य ईडी और सीबीआइ जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों को संसद के दायरे में लाना है ताकि कार्यपालिका जांच एजेंसियों का दुरुपयोग न कर सके।
अग्निपथ योजना खत्म करने का किया वादा:पार्टी ने संपत्ति कर, विरासत कर और बढ़े हुए कारपोरेट कर जैसे उपायों के साथ बढ़ती असमानता को दूर करने, आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटाने, महिला आरक्षण को तुरंत लागू करने, जातिवार गणना कराने, नागरिकता संशोधन अधिनियम को खत्म करने के लिए प्रयास करने का वादा किया है। मनरेगा के तहत 700 रुपये की न्यूनतम मजदूरी देने, एक कैलेंडर वर्ष में उपलब्ध कार्य दिवसों की संख्या बढ़ाकर 200 दिन करने, अग्निपथ योजना खत्म करने, पुरानी पेंशन योजना की बहाली का भी वादा किया है।
ये भी किए वादे:चुनाव आयोग की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्तियों में सरकारी दखल को खत्म करने, राज्यपाल पद खत्म करने के लिए संघर्ष करने का भी वादा किया है। नीति आयोग को खत्म कर योजना आयोग को बहाल करने, पाठ्यपुस्तकों में किए गए बदलावों को खत्म करने, नई शिक्षा नीति के स्थान पर पूरे देश के लिए शिक्षा का लोकहितैषी माडल लाने का भी वादा किया है।
डी. राजा भाकपा महासचिव डी राजा ने कहा कि देश के संविधान और धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक ताने-बाने को बचाने के लिए भाजपा को सत्ता से बाहर करना होगा। पार्टी घोषणापत्र जारी करने के बाद उन्होंने कहा, संविधान, लोकतंत्र, देश के धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक ढांचे को बचाने के लिए यह जरूरी हो गया है कि भाजपा को सत्ता से बाहर किया जाए। अगर लोग वोट देकर भाजपा और उसके सहयोगियों को चुनाव में हराएंगे तभी भारत धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य बना रह सकता है।