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तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र: निर्दलीय को जिताने की परंपरा बरकार

मेराज एम नूरी 

तिरहुत ग्रेजुएट निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में जिस तरह के रुझान सामने आ रहे हैं उससे सत्ताधारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड को तगड़ा झटका लगता हुआ दिखाई दे रहा है। निर्दलीय उम्मीदवार और शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी काफी आगे चल रहे हैं।तमाम अनुमानों को गलत साबित करते हुए उन्होंने जेडीयू, आरजेडी और जन सुराज पार्टी के प्रत्याशियों को बड़े अंतर से पीछे छोड़ दिया है।उनकी जीत तय मानी जा रही है।इस क्षेत्र का दो दशकों तक प्रतिनिधित्व करने वाले देवेश चंद्र ठाकुर के सीतामढ़ी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बन जाने के बाद खाली हुई यह सेट मानी जा रही थी कि देवेश चंद्र ठाकुर के वोट बैंक के सहारे जनता दल यूनाइटेड स्टेट निकालने में कामयाब होगी लेकिन मतगणना के ताजा रुझान के मुताबिक जनता दल यूनाइटेड के प्रत्याशी अभिषेक झा दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं।

तिरहुत ग्रेजुएट उप चुनाव 2024 के नौवें चक्र की गणना के उपरांत मतों की जो अद्यतन स्थिति है उसके अनुसार वंशीधर ब्रजवासी को 23003,डॉ विनायक गौतम को 12467,गोपी किशन। को 11600,अभिषेक झा को 10316 और राकेश रौशन को 3920 मत मिलने की बात सामने आ रही है।

दरअसल पटना निवासी जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक झा को पूरी उम्मीद थी कि स्नातक निर्वाचन क्षेत्र का कई बार प्रतिनिधित्व करने वाले देवेश चंद्र ठाकुर का वोट उन्हें मिलेगा और वह देवेश चंद्र ठाकुर की तरह ही जीत हासिल करके विधान पार्षद बनने में कामयाब हो जाएंगे। लेकिन नौवीं दौड़ की गणना के बाद जो रुझान सामने आए हैं उसके मुताबिक तिरहुत ने अपना मिजाज दिखा दिया है जिसमें वहां से निर्दलीय जीत दर्ज करने की परंपरा को कायम रखने की ओर अग्रसर है। क्योंकि देवेश चंद्र ठाकुर भी तिरहुत निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ही स्थापित हुए यह अलग बात है कि बाद के दिनों में वह जनता दल यूनाइटेड की शरण में चले गए जहां पहले मंत्री फिर विधान परिषद के अध्यक्ष बनाए गए और अंत में आज सीतामढ़ी से लोकसभा के सांसद बनकर दिल्ली में है।

देवेश चंद्र ठाकुर के साथ अभिषेक झा

कुल मिलाकर तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के जो रुझान सामने आ रहे हैं उससे यह लग रहा है कि यहां से फिर एक बार निर्दलीय प्रत्याशी जीत हासिल करते हुए दिखाई दे रहे हैं। यहां से शिक्षकों के लिए लड़ाई लड़ने वाले निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर बृजवासी काफी मार्जिन से जीत दर्ज करते हुए दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि हालिया दिनों में सीतामढ़ी के सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने जिस तरह की धर्म की घटिया राजनीति की है इसका खामियाजा जनता दल यूनाइटेड के अभिषेक झा को भुगतना पड़ता दिखाई दे रहा है और तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से देवेश चंद्र ठाकुर का वर्चस्व समाप्त होता हुआ नजर आ रहा है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सीतामढ़ी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल करने के बाद जिस तरह से देवेश चंद्र ठाकुर ने मुसलमान को लेकर बयान बाजी की उसका भी खामियाजा जनता दल यूनाइटेड के प्रत्याशी अभिषेक झा को भुगतना पड़ा है साथ ही साथ केंद्रीय मंत्री और जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह का वह बयान भी  स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को नाराज गुजर जिसमें उन्होंने यह कहा था कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग जनता दल यूनाइटेड को वोट नहीं करते हैं जाहिर है तिरहुत निर्वाचन क्षेत्र में भी एक बड़ी तादाद अल्पसंख्यक वोटरों की है जो जनता दल यूनाइटेड से दूर होता हुआ दिखाई दे रहा है।

कौन हैं वंशीधर ब्रजवासी?
निर्दलीय कैंडिडेट वंशीधर ब्रजवासी शिक्षक नेता हैं. वह परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष हैं. शिक्षा विभाग के तत्कालीन अपर मुख्य सचिव केके पाठक से उनका टकराव जगजाहिर है. जिस वजह से उनको निलंबित भी कर दिया गया था. वह लगातार शिक्षकों के हित में आवाज उठाते रहे हैं.

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