बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद राजद में उठापटक तेज हो गई है। इसी बीच लालू यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी अब खुलकर लालू और तेजस्वी के खिलाफ मुखर हो गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक के बाद एक बयानों में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। शिवानंद ने पहले ही लालू को “पुत्र मोह में अंधा धृतराष्ट्र” बताया था, और अब उन्होंने तेजस्वी यादव पर भी तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी का कोई स्वतंत्र व्यक्तित्व नहीं है, वे केवल लालू की आधुनिक प्रतिकृति हैं।
अपने ताज़ा बयान में शिवानंद तिवारी ने बिहार की मौजूदा राजनीति पर भी बड़ा विश्लेषण किया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव भाजपा के लिए ऐतिहासिक रहा है, क्योंकि पहली बार वह अपने सहयोगियों के साथ पूर्ण बहुमत के करीब पहुँची है। उन्होंने कहा कि बिहार में बीजेपी की सरकार बनाना पार्टी का पुराना सपना रहा है और अब वह इसके चौखट तक पहुँच गई है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की धरती ने अब तक हिंदुत्व की राजनीति को स्वतंत्र रूप से फलने-फूलने नहीं दिया, लेकिन इस बार हालात बदलते दिख रहे हैं।
शिवानंद तिवारी ने लालू प्रसाद के राजनीतिक अवसान का भी दावा किया। उन्होंने कहा कि लालू की राजनीति 2010 के बाद ही गिरावट में चली गई थी और मौजूदा चुनाव ने इसे और स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने 1990 के बाद की घटनाओं का ज़िक्र करते हुए बताया कि किस तरह राजनीतिक समीकरणों ने लालू को मुख्यमंत्री बनाया था, लेकिन आज के हालात उस दौर से कहीं अलग हैं। उनके इन बयानों ने बिहार की सियासत को एक बार फर गरमा दिया है।

