बिहार की मौजूदा सरकार की अंतिम कैबिनेट बैठक मंगलवार को समाप्त हो गई, जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से मुलाकात की। हालांकि चर्चाओं के विपरीत, नीतीश कुमार ने आज अपना इस्तीफा नहीं सौंपा है। सूत्रों के अनुसार, वे बुधवार को औपचारिक रूप से इस्तीफा पेश करेंगे। कैबिनेट बैठक में 17वीं विधानसभा को भंग करने के प्रस्ताव को मंजूरी भी दी गई, जिसके बाद पूरे मंत्रिमंडल ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का फैसला किया।
नीतीश कुमार के इस्तीफा देने के बाद वे नई सरकार बनाने का दावा भी पेश करेंगे, क्योंकि एनडीए इस बार भारी बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है। बताया जा रहा है कि इस्तीफे के बाद वे अपने आवास लौट गए हैं और आगे की रणनीति तय कर रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि नीतीश कुमार 20 नवंबर को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं, जो उनके राजनीतिक करियर का दसवां शपथ ग्रहण होगा। पटना के गांधी मैदान में शपथ समारोह की तैयारियाँ जोरों पर हैं, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति की भी संभावना है।
इधर जेडीयू ने विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है, जिसमें सभी विधायकों की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। बिहार विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है, ऐसे में राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। इस्तीफे, बैठकें और शपथ ग्रहण की तैयारियों ने पटना के राजनीतिक माहौल को पूरी तरह गर्मा दिया है। पूरा बिहार नई सरकार के गठन को लेकर उत्सुकता के साथ इंतज़ार कर रहा है।

