पटना: सबरी नगर (दानापुर ब्लॉक) की झुग्गी बस्ती में 1 दिसंबर को महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मासिक धर्म स्वच्छता जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में दर्जनों महिलाओं ने हिस्सा लिया और मासिक धर्म के दौरान अपनाई जाने वाली साधारण स्वच्छता आदतों के बारे में विस्तार से जाना, जो लंबे समय में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को रोक सकती हैं।

सत्र के दौरान महिलाओं ने खुलकर अपनी शंकाएं व्यक्त कीं। कई महिलाएं यह नहीं जानती थीं कि सैनिटरी पैड का सही तरीके से इस्तेमाल कैसे किया जाता है और पीरियड्स के दौरान खुद की देखभाल कैसे की जाए। इसके अलावा सर्वाइकल कैंसर (गर्भाशय ग्रीवा कैंसर) कैसे होता है और इसे कैसे रोका जा सकता है, इस पर भी विस्तृत चर्चा हुई।चर्चा हुई कि सैनिटरी पैड को नियमित रूप से (हर 4-6 घंटे में) बदलें। निजी अंगों को साफ और सूखा रखें।पुराना या गंदा कपड़ा कभी इस्तेमाल न करें। गीला कपड़ा दोबारा उपयोग करने से बचें, क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा बहुत बढ़ जाता है।स्वच्छता की छोटी-छोटी आदतों को नजरअंदाज करने से धीरे-धीरे गंभीर संक्रमण और प्रजनन स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। खराब स्वच्छता और नियमित मेडिकल जांच की कमी से सर्वाइकल कैंसर का खतरा चुपचाप बढ़ता है। जागरूकता और समय पर इलाज से इसे रोका जा सकता है।सत्र में सैनिटरी पैड के सही उपयोग, बदलने का समय और सुरक्षित निपटान की विधि को व्यावहारिक रूप से समझाया और दिखाया गया। महिलाओं ने इसे बहुत उपयोगी बताया और कहा कि पहली बार उन्हें इतनी स्पष्ट और व्यावहारिक जानकारी मिली है।
आयोजन करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता और विथी फाउंडेशन की फाउंडर शकीला खातून ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा कि इन महिलाओं के पास संसाधनों की कमी है, लेकिन जागरूकता की कमी सबसे बड़ी बाधा है। आज का सत्र छोटा जरूर था, लेकिन यह उनके स्वास्थ्य और आत्मविश्वास के लिए एक बड़ा कदम है।महिलाओं ने आगे भी ऐसे सत्र नियमित रूप से आयोजित करने की मांग की है, ताकि उनकी बेटियां और पड़ोस की अन्य महिलाएं भी इस महत्वपूर्ण जानकारी से लाभान्वित हो सकें।

