दिल्ली – एक ही परिवार से 150 डॉक्टर होना रोचक है ना ? देखिये केसे – आज जब हमारे देश में हर 1400 लोगों पर सिर्फ एक डॉक्टर है, तब दिल्ली में रहने वाला ये परिवार ऐसे लोगों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है, जो डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं. देश को 150 डॉक्टर्स देने वाला ये परिवार (Doctor Family) आजादी से पहले जलालपूर जट्टां नाम के एक शहर में रहता था. ये शहर आज पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है. वर्ष 1920 में इस परिवार के मुखिया लाला जीवनमल ने पहली बार अपना अस्पताल शुरू किया और इस अस्पताल को शुरू करने की प्रेरणा उन्हें महात्मा गांधी से मिली थी.उस जमाने में लाला जीवनमल ने तय किया कि वो अपने चारों बेटों को डॉक्टर बनाएंगे. ये वही समय था, जहां से इस परिवार में हर सदस्य के डॉक्टर बनने की एक नई परम्परा की शुरुआत हुई. आजादी के बाद ये परिवार (Doctor Family) पाकिस्तान से विस्थापित होकर दिल्ली आ गया. तब से लेकर अब तक ये परिवार 150 डॉक्टर देश को दे चुका है. ये परिवार सबरवाल परिवार के नाम से मशहूर है.