पटना:जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को यह दावा किया कि 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जदयू को 220 से अधिक सीटें मिलेंगी। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित जदयू की राज्य कार्यकारिणी, प्रदेश पदाधिकारियों, विधायकों व विधान पार्षदों की संयुक्त बैठक में उन्होंने यह बात कही।मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 के बाद उनकी सरकार ने समाज के सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर काम किया है। अल्पसंख्यक समाज के सर्वांगीण विकास को लेकर कई योजनाओं की शुरूआत हुई, जिसका व्यापक लाभ गरीब अल्पसंख्यकों को हुआ। स्वास्थ्य क्षेत्र की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005-06 में प्रतिमाह एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों की औसत संख्या 39 थी, जो आज बढ़कर 11 हजार हो गयी है।
महिला सशक्तीकरण की चर्चा के क्रम में मुख्यमंत्री ने जीविका समूह की उपलब्धियों पर बात की। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से 1.31 करोड़ महिलाएं आत्मनिर्भर हुई हैं। प्रदेश की महिलाओं को पंचायती राज व स्थानीय निकायों में 50 फीसद का आरक्षण दिया जा रहा है। वर्ष 2016 से सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रविधान किया गया है। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने सात निश्चय-2 का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2020 में उन्होंने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार की बात कही थी। नौकरी देने की स्थिति यह है कि 2025 तक यह संख्या 12 लाख तक पहुंच जाएगी। रोजगार के क्षेत्र में यह आंकड़ा 34 लाख तक जाएगा।मुख्यमंत्री ने जदयू की राज्य कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह के प्रति इस बात को लेकर आभार प्रकट किया कि बिहार को विशेष आर्थिक सहायता मिली है। मुख्यमंत्री ने राजद पर प्रहार करते हुए कहा कि हम पूरे बिहार को अपना परिवार मानते हैं, जबकि कुछ लोगों की सोच अपने बेटे-बेटियों तक ही सीमित है।

