पटना: द प्लूरल्स पार्टी के प्रवक्ता और संयुक्त सचिव (मुख्यालय सह विधि) प्रांजल सिंह ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बिहार और केंद्र सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और परिवारवाद की कड़ी निंदा की। उन्होंने इसे भारतीय लोकतंत्र की नींव को कमजोर करने वाला बताया।
प्रांजल सिंह ने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार में मंत्रियों द्वारा अपने परिजनों को उच्च पदों पर नियुक्त करने की परंपरा ने जनता का विश्वास तोड़ा है। उन्होंने व्यंग्यात्मक रूप से टिप्पणी की कि बिहार में “संसदीय दामाद आयोग” जैसी स्थिति बन गई है, जहां आयोगों और संवैधानिक पदों पर परिवार के सदस्यों की नियुक्ति आम हो गई है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह समस्या केवल एनडीए या भाजपा तक सीमित नहीं है। कांग्रेस सहित अन्य प्रमुख राजनीतिक दलों ने भी परिवारवाद को बढ़ावा देकर योग्य उम्मीदवारों को अवसरों से वंचित किया है। सिंह ने कहा, “चाहे केंद्र हो या राज्य, सत्ताधारी दलों ने परिवारवाद के सहारे अपनी पकड़ मजबूत की है, जिससे लोकतंत्र की आत्मा खतरे में है।”
द प्लूरल्स पार्टी ने पारदर्शिता, योग्यता और ईमानदारी पर आधारित शासन की वकालत की। सिंह ने जोर देकर कहा कि केवल ऐसा शासन ही जनता का भरोसा पुनः जीत सकता है और बिहार व भारत को एक समृद्ध, निष्पक्ष लोकतंत्र बना सकता है।
उन्होंने जनता से अपील की कि वे परिवारवाद के बजाय योग्यता का समर्थन करें और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए आवाज उठाएं।

