नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के अवसर पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन को संबोधित करेंगे। यह आयोजन नई दिल्ली में किया जा रहा है, जिसमें भारत समेत कई देशों के आर्य समाज प्रतिनिधि शामिल होंगे। सम्मेलन का उद्देश्य महर्षि दयानंद के सुधारवादी विचारों और आर्य समाज की वैश्विक भूमिका को रेखांकित करना है।
इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में आर्य समाज की विभिन्न इकाइयों के प्रतिनिधि एकत्र होंगे और समाज सुधार, शिक्षा तथा वेद प्रचार के क्षेत्र में संगठन के योगदान पर चर्चा करेंगे। महर्षि दयानंद के आदर्शों को आधुनिक समाज में कैसे लागू किया जाए, इस पर भी विचार-विमर्श होगा।
सरकार ने महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती को विशेष वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर देशभर में कई कार्यक्रम और संगोष्ठियां आयोजित की जा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह संबोधन आर्य समाज के वैचारिक मूल्यों और सामाजिक सुधार की दिशा में प्रेरणा देने वाला माना जा रहा है।

