अंबाला: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को हरियाणा के अंबाला वायुसेना स्टेशन से राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरकर नया इतिहास रच दिया। सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर होने के नाते यह उड़ान भारतीय वायुसेना के लिए गौरव का क्षण रही। एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने भी इसी एयरबेस से एक अन्य राफेल विमान में उड़ान भरी। उड़ान से पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘जी-सूट’ और हेलमेट पहना, साथ ही पायलट के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं।
पूर्वाह्न 11:27 बजे उड़ान भरने से पहले राष्ट्रपति ने विमान के अंदर से हाथ हिलाकर अभिवादन किया। उनके अंबाला पहुंचने पर उन्हें औपचारिक ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। इस उड़ान को भारत की सैन्य ताकत और महिला नेतृत्व के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है। राष्ट्रपति मुर्मू ने इससे पहले अप्रैल 2023 में असम के तेजपुर वायुसेना स्टेशन में सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरी थी, जिससे वह ऐसा करने वाली तीसरी भारतीय राष्ट्रपति बनी थीं।
राफेल विमान फ्रांसीसी कंपनी दसॉ एविएशन द्वारा निर्मित है और सितंबर 2020 में अंबाला एयरबेस पर भारतीय वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल किया गया था। पहले पाँच राफेल जेट्स को 17वें स्क्वाड्रन “गोल्डन एरोज़” में शामिल किया गया था। हाल ही में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ढांचों पर हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में राफेल विमानों ने निर्णायक भूमिका निभाई थी, जिससे भारतीय वायुसेना की शक्ति का फिर से प्रदर्शन हुआ।

