नई दिल्ली:इन दिनों भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष और सांसद संजय जयसवाल और राष्ट्रीय जनता दल के दरमियान सोशल मीडिया पर जंग छिड़ी है। इस जंग की शुरुआत राष्ट्रीय जनता दल ने की जिसने अपने अधिकारी सोशल मीडिया अकाउंट पर दो फोटो शेयर करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और बिहार प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष संजय जयसवाल को निशाने पर लिया था। राष्ट्रीय जनता दल सोशल मीडिया पर इस बात के लिए रविशंकर प्रसाद और संजय जायसवाल के बहाने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा था कि इनके परिवार से दो बेटियां विदेश में पढ़ाई करके नाम रोशन कर रही हैं। राष्ट्रीय जनता दल ने इन दोनों की तस्वीर लग साझा करते हुए कटाक्ष किया था और कहा था कि जो भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता पाखंड को बढ़ावा दे रहे हैं बाबा बागेश्वर की अगुवाई कर रहे हैं बाबा बागेश्वर की महिमा मंडन कर रहे हैं उनकी औलाद विदेशों में पढ़ रही है जबकि पिछड़े समाज के लोग को भारतीय जनता पार्टी वाले पाखंड में धकेल रहे हैं।
इस पोस्ट को बहुत सारे लोगों ने साझा किया और देखते ही देखते राष्ट्रीय जनता दल के ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट पर डाला गया या पोस्ट वायरल हो गया। पक्ष और विपक्ष के user ने अपने अपने हिसाब से इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करनी शुरू कर दी। शाम होते होते इस पर भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक लंबा चौड़ा पोस्ट लिखते हुए राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार विशेषकर बिहार के उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव पर इशारों इशारों में सख्त हमला बोल दिया। संजय जायसवाल ने अपने पिता के राजनीतिक जीवन और उनकी जीवनशैली का बखान करते हुए जहां एक तरफ अपना बचाव किया वही दूसरी तरफ इशारों इशारों में लालू परिवार को हराम के पैसे पर ऐश करने वाला भी बता दिया।

संजय जायसवाल ने अपने पोस्ट में लिखा कि 1996,1998, 1999, में लगातार तीन बार लोकसभा के चुनाव हुए थे। एक चिकित्सक के रूप में जितना पैसा कमाता था वह सब मेरे पिताजी के चुनाव में खत्म हो जाता था।1999 चुनाव के पहले मैंने नाराज होकर पिताजी को कहा कि आज तक हम सुनते हैं कि कोई सांसद बनता है तो उसके तीन खानदान को कमाने की जरूरत नहीं पड़ती है पर आप कैसे विधायक और सांसद रहे हैं कि जब भी चुनाव लड़ते हैं तो मेरा और मां का सारा डॉक्टरी से कमाया हुआ पैसा खत्म हो जाता है । पिताजी ने पूरे धैर्य से मुझसे कहा था कि ‘ संजय तुम किसी ऐसे सांसद को जानते हो जिसका बेटा पटना मेडिकल कॉलेज से पढ़ा हो , एमडी मेडिसिन भी हो और 2 सब्जेक्ट में ऑनर्स एवं गोल्ड मेडल लाया हो ?उसके बाद मैंने जीवन में कभी उनसे कुछ नहीं कहा और यही पूंजी अपने पास भी रखी जिसका नतीजा है कि आज मेरे दोनों बच्चे डॉक्टर हैं और सफल हैं।
संजय जायसवाल ने आगे लिखा कि जिस दिन आपके घर में हराम का पैसा आता है उससे आप भौतिक सुख तो बढ़ा लेते हैं लेकिन सुख ,शांति और परिवार का आगे बढ़ना समाप्त हो जाता है ।जिस परिवार में दो मुख्यमंत्री रहे हों। उनका एक भी बेटा 10वां पास भी नहीं कर सका और आज भी हराम के पैसों से न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में रहता है । उसे कभी मानसिक शांति नहीं मिल सकती क्योंकि हराम का पैसा सुख और चैन दोनों छीन लेता है।भाजपा की संस्कृति ही ऐसी है कि हमारे बच्चे अपने बल पर दुनिया के किसी भी विश्वविद्यालय में स्कॉलरशिप पर जा सकते हैं और जो चारा घोटाले से उपजे लोग हैं वह चोरी, डकैती, बालू माफिया और शराब बेच करके ही पैसे कमा सकते हैं।प्रतिष्ठा उन्हें कभी नसीब नहीं होगी।एक हाथ में संस्कृति, दूजे हाथ में ज्ञान,लेकर आगे बढ़ चला है अपना हिंदुस्तान।

क्या लिखा था राजद ने अपने पोस्ट में।
राष्ट्रीय जनता दल ने अपने फेसबुक पोस्ट में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता रविशंकर प्रसाद और भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष संजय जायसवाल को निशाना बनाते हुए लिखा था कि ढोंगियों के पीछे भागने वालों,ये देखो- बिहार के BJP सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गर्व से बता रहे है कि भांजी अमेरिका जाकर पढ़ रही है।बाबाओं की आरती उतारने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद गर्व से बता रहे है कि उनकी बेटी विदेश में पढ़ रही है।ढोंगियों की आरती उतारने वाले एक केंद्रीय मंत्री और सांसद का बेटा विदेश में नौकरी करता है।अधिकांश बीजेपी नेताओं के बेटे-बेटियाँ, पोते-पोतियां अंग्रेज़ी माध्यम में, मिशनरी स्कूलों में तथा विदेशों में पढ़ते है। ये आपके बच्चों को धर्म के नाम पर हिंसा में झोंकते है । ढोंगी पाखंडी बाबाओं के पीछे दौड़ने को उकसाते है ।ये भाजपाई आपके बच्चों के दुश्मन है। चाहते है कि आपके बच्चे अज्ञानता, अंधविश्वास और पाखंड में फँसे रहे और इनके बच्चे विदेशों में पढ़े।इन भाजपाइयों का बहिष्कार कर अपने बच्चों का वर्तमान और भविष्य सुधारे।

